image: Moodys cuts china's rating for the first time

भिखमंगा हो गया है चीन...भुखमरी से होगा बर्बाद...इस एजेंसी ने की भविष्यवाणी !

May 24 2017 2:12PM, Writer:मीत

चीन को लेकर दुनिया की सबसे बड़ी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बड़ी भविष्यवाणी कर डाली है। कंपनी का कहना है कि जिस तरह से चीन लगातार दूसरे मुल्कों से कर्ज मांग करा है। उससे आने वाले वक्त में ये मुल्क भीख मांगने की कगार पर आ जाएगा। इसके साथ ही कहा गया है कि इस सदी के आखिर में चीनम में भयंकर खाद्यान का संकट पैदा होगा। कहा गया है कि चीन के लोग भुखमरी का शिकार होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन में लोग खेती से मुंह मोडने लगे हैं। चीन की अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी ताकत खेती ही थी। मूडीज के बारे में आप जानते हैं ? पहले ये जान लीजिए कि मूडीज वो फर्म है जो दुनिया के तमाम मुल्कों को उनके आने वाले भविष्य के बारे में बताती है। ये फर्म तमाम देशों की इकॉनमिक ग्रोथ पर नजर रखती है। इसी फर्म ने कभी कहा था कि चीन लगातार तरक्की करता जाएगा।

लेकिन अब ड्रैगन के लिए इस फर्म ने बड़ी भविष्यवाणी कर दी है। फर्म का कहना है कि आने वाले वक्त में इस मुल्क की रेटिंग लगातार घटती जाएगी। इसके साथ ही मूडीज ने कहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अब सावधान रहना होगा। इस रिपोर्ट में चीन की करंसी रेटिंग को घटाया गया है। चीन की लॉन्ग टर्म लोकल और विदेशी करंसी रेटिंग को दोनों को ही घटाया गया है। मूडीज ने इस मुल्क के लिए गंभीर चेतावनी जारी है। मूडीज का कहना है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी यानी चीन की आर्थिक मजबूती के आने वाले सालों में कमजोर होगी। पहले चीन की रेटिंग Aa3 थी और अब इसे घटाकर A1 कर दिया गया है। वहीं इस मुल्क के आउटलुक को स्टेबल से भी घटाया गया है। अब इसके आउटलुक को माइनस में दिखाया गया है। साल 1989 के बाद चीन के साथ ऐसा पहली बार हुआ है।

मूडीज ने कहा है कि चीन की इकॉनमी पर कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही इस मुल्क के विकास में कमी आई है। मूडीज ने कहा है कि आने वाले सालों में चीन की आर्थिक मजबूती और कमजोर होगी और इस वजह से इस मुल्क की रेटिंग को कम कर दिया गया है। ये रेटिंग ऐसे वक्त में आई है जब चीन घटते विकास दर की मार झेल रहा है और कर्ज की परेशानी से जूझ रहा है। इस घोषणा का असर भी देखिए। जैसे ही चीन के लिए ये भविष्यवाणी हुई, वैसे ही शंघाई कम्पोज़िट इंडेक्स भी 1 फीसदी तक गिर गया। मूडीज का कहना है कि चीन पर लगातार कर्ज बढ़ता जा रहा है। ऐसे में चीन राष्ट्रपति शी जिनपिंग को इस बारे में बेहत गंभीरता से विचार करना होगा। लेकिन चीन को इन सब बातों की कोई फिक्र नहीं है। वो तो लगातार ओआरओबी जैसे प्रोजक्ट पर काम कर रहा है। दुनिया के तमाम देशों से चीन काफी कर्ज ले चुका है। ऐसे में आने वाला वक्त इस मुल्क के लिए कैसा होगा, ये देखना दिलचस्प होगा।


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