जोशीमठ में घरों के नीचे से आ रही है नदी बहने की आवाज, खौफ में जी रहे हैं स्थानीय लोग
जोशीमठ में घरों के नीचे बह रही जलधारा ने बढ़ाई लोगों की टेंशन, बोले-बच्चों को लेकर कहां जाएं, पढ़िए पूरी खबर
Aug 25 2023 4:04PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड एक बार फिर कुदरत की मार से बेहाल है। जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं, लगातार जारी बारिश ने जोशीमठवासियों की चिंता भी बढ़ा दी है।
sound of flowing water under the houses in Joshimath
ये शहर पहले ही भूधंसाव की चपेट में है। अब जबकि जिले में तेज बारिश हो रही है, तो यहां घरों के नीचे से पानी के बहने की आवाज सुनाई देने लगी है, जिसने लोगों को डरा दिया है। जिन लोगों के घर भूधंसाव से प्रभावित हैं, वो डर के साये में जीने को मजबूर हैं। लोगों ने कहा कि इस खराब मौसम में बच्चों को लेकर कहां जाएं। हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। शहर में अस्थिरता पैदा हो गई है।शहर के सुनील वार्ड के रहवासियों का कहना है कि फर्श पर कान लगाते ही पानी बहने की आवाज सुनाई देने लगती है। यहां रहने वाले विनोद सकलानी भी भूस्खलन प्रभावितों में से एक हैं। दो साल पहले जिन घरों में सबसे पहले दरारें पड़नी शुरू हुई थीं, उनमें विनोद का घर भी शामिल है। आगे पढ़िए
विनोद सकलानी कहते हैं कि 13 अगस्त को मैंने पहली बार अपने घर के नीचे पानी बहने की आवाज सुनी। ऐसा महसूस हुआ मानों हमारी मंजिल के नीचे कोई जलधारा बह रही हो। आवाज अब चली गई है, लेकिन यह डरावना अनुभव है। यहां कभी भी, कुछ भी हो सकता है। मैं अपने कान फर्श से सटाकर नियमित रूप से जांच करता रहता हूं। विनोद सकलानी के परिवार को 6 जनवरी को एक होटल में शिफ्ट किया गया था, लेकिन नुकसान के मुआवजे के भुगतान के बाद उन्हें राहत शिविर छोड़ने को कह दिया गया। जिसके बाद से विनोद और उनका परिवार पुराने घर में रह रहा है। विनोद कहते हैं कि ऐसे हालात में बच्चों के साथ रहना डरावना है। क्षतिग्रस्त मकानों में दरारें धीरे-धीरे ही सही, लेकिन बढ़ती जा रही हैं। इसी साल उन्हें खेत में 6 फीट गहरा गड्ढा मिला था, जिसे उन्होंने पत्थर से भर दिया। बता दें कि जनवरी के पहले हफ्ते में जोशीमठ के घरों में दरारें पड़नी शुरू हो गई थीं, जांच एजेंसियों ने यहां पहुंचकर अध्ययन भी किया है, लेकिन शहर क्यों धंसता चला जा रहा है, इसे लेकर कोई खोज रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आई है।