देहरादून के डीबीएस कॉलेज में रैगिंग से मचा हड़कंप, छात्रों ने देर रात किया हंगामा-तोड़फोड़
यहां पर एक छात्र की रैगिंग की गई थी। पीड़ित छात्र ने इस संबंध में वीडियो जारी कर अपनी व्यथा सुनाई है। पढ़िए पूरी खबर
Sep 20 2023 5:26PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
देहरादून के सेलाकुई स्थित दून बिजनेस स्कूल से रैगिंग का आश्चर्यजनक करने वाला मामला सामने आया हैं। यहां पर बीती रात कॉलेज कैंपस में जबरदस्त तोड़फोड़ की गई।
Dehradun DBS College Ragging
यहां पर एक छात्र की रैगिंग की गई थी। पीड़ित छात्र ने इस संबंध में वीडियो जारी कर अपनी व्यथा सुनाई है। रैगिंग बीबीए द्वितीय वर्ष के साथ की गई है। बताया जा रहा है कि रैगिंग के नाम पर उसके साथ क्रूरता हुई है। सीनियर छात्रों ने युवक को इतना पीटा कि उसके शरीर पर नील पड़ गया। यह घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है। जब छात्र ने इस संबंध में जब प्रबंधन से शिकायत की, तो कॉलेज प्रबंधन ने आरोपी छात्रों के साथ-साथ पीड़ित पर भी कार्रवाई कर दी। रैगिंग करने वाले छात्रों को 30 दिन जबकि पीड़ित और उसे बचाने आए छात्रों को भी 21 दिन के लिए निष्कासित कर दिया गया। इस पर गुस्साए छात्रों ने मंगलवार की रात को कॉलेज परिसर में हंगामा किया। इस निर्णय से नाखुश छात्रों ने कैंपस में शीशे, गमले तोड़ डाले। केवल यही नहीं, कैंपस में खड़ी एक गाड़ी को भी पलट दिया। रात 11.30 बजे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन इसके बाद भी हंगामा चलता रहा। छात्रों का कहना है कि रैगिंग के पीड़ित और उसे बचाने वाले लोगों पर मुकदमा दर्ज क्यों हो रहा है।
क्या है मामला- दरअसल देहरादून के सेलाकुई स्थित दून बिजनेस स्कूल के बीबीए के सेकंड ईयर के छात्र के साथ उसके सीनियर ने रैगिंग के नाम पर शारीरिक हिंसा की। वीडियो भी वायरल हुई है जिसमें एक युवक को बेड के पास जमीन पर बैठाकर लात मारी जा रही है। युवक काफी चिल्ला रहा है। मगर, लात से वार करने वाला युवक उसकी चीख को अनसुनी कर रहा है। इसके बाद कुछ फोटो इस वीडियो में आती है। जिसमें युवक की पीठ और जांघ पर लाल और नीले निशान दिख रहे हैं। ये मारपीट के लग रहे हैं। इसके बाद खुद को छात्र बताने वाला युवक अपनी व्यथा सुनाता है। युवक का कहना है कि उसके साथ सीनियर छात्रों ने रैगिंग की है। इसकी जब शिकायत हुई तो कॉलेज प्रबंधन ने आरोपी छात्रों को 30 दिन के लिए निष्कासित कर दिया। लेकिन इसके साथ साथ छात्र और उसे बचाने आए अन्य छात्रों को भी 21 दिन के लिए निष्कासित कर दिया गया। इसी वजह से छात्र गुस्साए हुए हैं।