उत्तराखंड के हुनरमंद नौजवान अब शुरू करेंगे अपना काम, इस योजना से मिलेगा सस्ता लोन
योजना के लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। काम-धंधा शुरू करने के लिए कारीगरों को तीन लाख तक का सस्ता लोन दिया जाएगा। आगे जानिए डिटेल
Oct 25 2023 5:55PM, Writer:कोमल नेगी
कुमाऊं मंडल के जो कारीगर अपना काम शुरू करना चाहते हैं, उन्हें सरकार की तरफ से तीन लाख तक का सस्ता लोन मिलेगा।
Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana Loan
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए पहले चरण में कुमाऊं मंडल के चार जिलों का चयन किया गया है। इन जिलों में अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ शामिल हैं। शासन ने चारों जिलों के जिलाधिकारियों को संबंधित जिलों की ग्राम पंचायतों के प्रधानों को योजना के पोर्टल पर ऑनबोर्ड करने के निर्देश दिए हैं। पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है और इसका लाभ किन लोगों को मिलेगा। ये जानकारी पाने के लिए राज्य समीक्षा के साथ बने रहें। योजना के पहले चरण में राज्य के चार पर्वतीय जिलों में ग्राम पंचायत प्रधान कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर ऑनबोर्ड होंगे। इसके लिए एक सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है। ग्राम प्रधान संबंधित ऑनलाइन पंजीकृत आवेदनों का सत्यापन करेंगे। योजना में 18 पारंपरिक कार्यों के लाभार्थियों को सबसे पहले ट्रेनिंग और स्टाइपेंड का प्रावधान है।
काम-धंधा शुरू करने के लिए कारीगरों को तीन लाख तक का सस्ता लोन दिया जाएगा। योजना के लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन पत्रों का सत्यापन तीन चरणों में होगा। पोर्टल पर बढ़ई, नाव बनाने वाले, अस्रकार, लोहार, मरम्मत करने वाले, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाले, सुनार, पॉटर, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी और झाड़ू निर्माता, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल निर्माता जैसे कारीगर पंजीकृत होंगे। पंजीकरण के लिए अधिवास, कौशल प्रमाणपत्र, मोबाइल नंबर, राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक, खाता संख्या, हस्ताक्षर, फोटोग्राफ होना जरूरी है। फिलहाल उत्तराखंड के चार जिलों के कारीगर इस योजना का लाभ ले सकेंगे। अल्मोड़ा में 1160, बागेश्वर 407, चंपावत में 313 और पिथौरागढ़ में 686 ग्राम पंचायतें हैं, जहां के कारीगर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद पीएम विश्वकर्मा योजना का फायदा उठा सकते हैं। पीएम विश्वकर्मा योजना का 17 सितंबर को उद्घाटन हो चुका है।