नवाज शरीफ की हालत खराब, मोदी-ट्रम्प मुलाकात से पाक में कोहराम, कुर्सी पर ‘खतरा’ !
Jun 30 2017 9:25PM, Writer:Shantanu
हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है। वैसे तो दोनों देशों के बीच का तनाव किसी से छिपा नहीं है। पाकिस्तान की आतंकवादी समर्थक नीतियों के कारण उसे लगातार भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से फटकार मिलती रहती है। हाल ही में पीएम मोदी ने अमेरिका की य्तार की थी। उस दौरान डोनल्ड ट्रम्प के साथ उनकी मुलाकात हुई थी। दोनों ही नेताओं ने पाकिस्तान को जमकर खरी खोटी सुनाई थी। ट्रम्प ने तो साफ तौर पर पाकिस्तान को इशारा किया था कि वो आतंकवाद को लेकर गंभीर कदम उठाए। वहीं पीएम मोदी ने भी सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करके पाकिस्तान को नसीहत दी थी। उसके बाद से ही पाकिस्तान पर दबाव है। इस दबाव का असर नवाज शरीफ पर भी दिखने लगा है। सबसे बड़ा खतरा तो नवाज की कुर्सी पर दिखाई दे रहा है।
नवाज शरीफ की हालत बहुत ज्यादा खराब बताई जा रही है। भारत पहले से ही पाकिस्तान पर दबाव बना रहा था। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने भी पाकिस्तान को झटका दिया है। इसी को देखते हुए नवाज शरीफ को आशंका है कि उनके खिलाफ पाकिस्तान में साजिश हो सकती है। यही कारण है कि उन्होंने एक हाई लेवल मीटिग बुलाई और सरकार पर अपनी पकड़ को फिर से परखने की कोशिश की। हालांकि बताया ये गया था कि ये बैठक भारत के साथ रिश्तों को लेकर बुलाई गई है। बैठक के दौरान नवाज शरीफ ने विदेश मामलों को लेकर चर्चा की थी। इस दौरान भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों को लेकर पाकिस्तान ने चिंता जाहिर की थी। बैठक में रक्षा मंत्री से लेकर वित्त मंत्री तक शामिल हुए थे। बता दें कि ये बैठक ऐसे समय मेें हुई है जब कश्मीर में पाकिस्तान लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है। जिसके कारण उसे काफी कूटनीतिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वहीं पर इन सारी मुश्किलों के बीच ट्रम्प ने जिस अंदाज में पाकिस्तान को हड़काया है उस से भी नवाज शरीफ परेशान हैं। अमेरिका ने साफ कहा है कि पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवाद बंद करे। इतना ही नहीं आतंकी सलाउद्दीन को भी ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया जा चुका है। इस से पाकिस्तान पर दबाव बढ़ रहा है कि वो आतंकी संगठनों के खिलाफ एक्शन ले। अगर नवाज ऐसा करते हैं तो उनकी कुर्सी खतरे में पड़ जाएगी। इस बैठक में इन सारे मुद्दों को लेकर नवाज ने चर्चा की थी। कहा जा रहा है कि सेना पाकिस्तान में तख्ता पलट कर सकती है। इसकी आशंका पहले भी जताई जा चुकी है। पाकिस्तान में सैन्य शासन कोई बड़ी बात नहीं है। वहां पर तानाशाही का खूनी इतिहास रहा है। नवाज शरीफ इसी बात से परेशान हैं कि पता नहीं कौन सेना से जिया उल हक बनकर उन्हे सत्ता से बेदखल कर दे।