पाकिस्तान की जिद से ठनका अजीत डोभाल का ‘पहाड़ी’ माथा, अब नवाज शरीफ की खैर नहीं!
Jul 2 2017 9:12PM, Writer:Shantanu
हाल के दिनों में पाकिस्तान ने कई बार भारत को आंख दिखाने की कोशिश की है। खासतौर पर कुलभूषण जाधव के मसले पर तो पाकिस्तान ने हद कर दी है। कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस देने के नाम पर पाकिस्तान नखरे कर रहा है। एक बार फिर से पाकिस्तान ने भारत की इस मांग को ठुकरा दिया है। भारत ने 18वीं बार जाधव के लिए काउंसलर एक्सेस की मांग की थी। लेकिन पाकिस्तान ने उसे ठुकरा दिया। पाकिस्तान की इस जिद के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल काफी गुस्से में बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि डोभाल ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठान ली है। मूलरूप से उत्तराखंड के रहने वाले डोभाल पाकिस्तान को लेकर काफी तीखे तेवर रखते हैं। सबसे खास बात ये है कि डोभाल के नाम से पूरे पाकिस्तान की हालत खराब रहती है। पाकिस्तानी मीडिया में तो डोभाल की छवि जेम्स बॉन्ड की है।
ऐसे में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि अजीत डोभाल ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठांन ली है। पाकिस्तान अगर भारत की मांगों को नहीं मानेगा तो उसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा। भारत ने जाधव के मसले पर कोई नाजायज मांग नहीं की है। कानून के मुताबिक जाधव को काउंसलर एक्सेस मिलना चाहिए। लेकिन पाकिस्तान इसके लिए राजी नहीं हो रहा है। इसका नतीजा ये हो रहा है कि पाकिस्तान को एक साथ दो मोर्चों पर जूझना पड़ रहा है। ये डोभाल के दिमाग का कमाल है कि पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान के सामने मुश्किलों का अंबार लग गया है। बलूचिस्तान में तो पाकिस्तान और चीन को पहले से मुसीबतें झेलनी पड़ रही है। लेकिन अब पीओके में भी तूफान आना शुरू हो गया है। पीओके में फिर से पाकिस्तान से आजादी के नारे गूंजने लगे हैं।
बता दें कि पाक अधिकृत कश्मीर हजीरा में वहां के स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इन लोगों का कहना है कि पाकिस्तान इस इलाके में आतंकियों को भेजना बंद करे। स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान की पोल खोल के रख दी है। कहा जा रहा है कि इसके पीछे डोभाल का दिमाग है। वो पीओके के नेताओं को भरोसे में लेकर पाकिस्तान के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। इस तरह का कारनामा डोभाल बलूचिस्तान मेें दिखा चुके हैं। पीओके में पाकिस्तानी सेना के जुल्म और आतंकियों की दहशत को पूरी दुनिया के सामने डोभाल बेनकाब कर रहे हैं। इस से पाकिस्तान को दोहरी मुसीबत झेलनी पड़ रही है। पहले तो उसे स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है। दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दबाव भी लगातार बढ़ रहा है। बेहतर होता कि पाकिस्तान भारत की मांग को मान लेता।