GST से बौखलाए चीन को लगी आग, अब कह डाली ये ‘ओछी’ बात !
Jul 4 2017 2:52PM, Writer:कैलाश
भारत में जीएसटी लागू हो चुका है। अब इस मुल्क की तरह दुनिया के बाकी मुल्कों का ध्यान भी जा रहा है। भारत में GST के लागू होते ही चीन के बड़े अखबार ग्लोबल टाइम्स ने बड़ी बड़ी बातें कही हैं। ग्लोबल टाइम्स को चीन का सरकारी अखबार माना जाता है। इस अखबार में कहा गया है कि भारत में GST लागू होना एक अच्छा कदम है लेकिन इसे चलाने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति की जरूरत है। अखबार में लिखा गया है कि इसके लिए सशक्त नेतृत्व की जरूरत है। इसके साथ ही ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में लिखा है कि लंबे वक्त के बाद आखिर ये बिल भारत में पेश हो ही गया है। हालांकि अखबार ने ये भी लिखा है कि आजादी के बाद ये सबसे बड़ा टैक्स सुधार है। इसके बाद अखबार ने GST को लेकर कई बातें कहीं। अखबार ने लिखा कि नया टैक्स सिस्टम देश के 29 राज्यों में प्रभावी ढंग से स्थापित किया जाना है और इसमें कितना वक्त लगेगा।
अखबार में लिखा गया है कि नोटबंदी और जीएसटी के साथ भारत अपनी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है। लेकिन इस तरह की कोशिशों से भारत के सामने कई मुश्किलें खड़ी होंगी। इसके बाद तो अखबार ने अपने मुल्क की ही तारीफ करना शुरू कर दिया । अखबार ने लिखा है कि चीन में तेज आर्थिक विकास के लिए नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सशक्त नेतृत्व है। आगे लिखा गया है कि ऐसे ही नेतृत्व की जरूरत इस वक्त हिंदुस्तान को भी है। जिससे भारत में में सुधारों को लेकर पूरा अनुपालन हो सके। सवाल ये है कि आखिर चीन अपने मुल्क की उस सरकार के बारे में बातें कर रहा है, जिस पर कई मुल्कों को कई अरब रुपये कर्जा है ? जी हां हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें कहा गया था कि चीन पर इस वक्त दुनिया के कई मुल्कों का अरबों-खरबों रुपये का कर्ज है।
इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन इस, तरह से भुखमरी की कगार पर आ सकता है। चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है कि नीतियों को लागू करने के मामले में भारत अब भी चीन से पीछे है। खैर इस बात से ये तो साफ हो गया है कि चीन को दूसरे मुल्कों के कामकाज में टांग अड़ाने की आदत पहले से रही है। एक रिपोर्ट ये भी कहती है कि चीन में कृषि इस तरह से प्रभावित हो रही है कि आने वाले कुछ ही सालों में यहां खाने तक के लाले पड़ सकते हैं। लेकिन इसके बाद भी चीन का ध्यान अपने मुल्क की तरफ नहीं है। वो बार बार लगातार दूसरे मुल्क और खासकर हिंदुस्तान पर नजरें गड़ाए बैठा है। इससे पहले ग्लोबल टाइम्स ने ही कहा था कि अगर भारत अपनी ताकत के बूते दम भर रहा है तो उसे 1962 की लड़ाई नहीं भूलनी चाहिए। इसके जवाब में भारत सरकार ने कहा था कि 1962 पुरानी बात हो गई है और ये 2017 है।