एयरटेल कस्टमर्स हो जाएं सावधान ! फ्री प्लान के नाम पर मिल रहा है बड़ा धोखा
Jul 5 2017 3:20PM, Writer:कैलाश
इस वक्त रिलायंस जियो की पूरे देश में धूम है। ऐसे में तमाम कंपनियां अपने अपने ऑफर्स लॉन्च करती जा रही हैं। इस बीच हम एयरटेल कस्टमर्स के लिए एक बड़ी खबर लेकर आए हैं। हाल ही में इस कंपनी ने ऐलान किया था कि वो रोमिंग खत्म कर रहा है। लेकिन बताया जा रहा है कि अभी भी रोमिंग चार्ज को काट रही है। इस कंपनी ने इस साल अप्रैल में ही कहा था कि वो अपने ग्राहकों से रोमिंग चार्ज किसी भी हाल में वसूल नहीं करेगी। हालांकि कंपनी अभी भी अपने कस्टमर्स को रोमिंग प्लान बेच रही है। कई ग्राहकों की शिकायत है कि फ्री कॉलिंग प्लान लेने के बाद भी ये कंपनी आउटगोइंग कॉल पर चार्ज वसूलती है। आउटगोइंग कॉल्स पर होम सर्कल से बाहर जाने पर रोमिंग चार्ज वसूले जा रहे हैं। देखा जाए तो कंपनी अपने ही ऐलान का उल्लंघन करती दिख रही है। रोमिंग खत्म करते वक्त इस कंपनी ने ऐलान किया था कि अब पूरा देश एक लोकल नेटवर्क की तरह काम करेगा।
इधर Airtel के मोबाइल ऐप्लीकेशन और वेबसाइट पर कंपनी द्वारा 'नेशनल रोमिंग बेनिफिट' प्लान्स बेचे जा रहे हैं। ये प्लान दोनों तरह के कस्टमर्स के लिए हैं। इस बीच कंपनी ने इस बारे में कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है। बस ये बयान सामने आया है कि सारे टैरिफ साफ तौर पर वेबसाइट पर पब्लिश किए गए हैं। इसके अलावा कई पोस्टपेड प्लान पर कंपनी फ्री कॉलिंग प्लान्स ऑफर कर रही है। लेकिन जब आप अपने होम सर्किल से बाहर जाएंगे तो आपसे चार्ज लिया जा रहा है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि कस्टमर्स के पास विकल्प होता है कि अपने होम सर्कल से बाहर जाने पर उनसे रोमिंग नहीं वसूली जाएगी। लेकिन इसके लिए कस्टमर्स को और भी ज्यादा रकम चुकानी पड़ रही है। इस बीच टेलिकॉम नियमक यानी TRAI के एक अधिकारी का कहना है कि ये फ्री प्लान गुमराह करने वाले नजर आ रहे हैं। अगर आप भी एयरटेल कस्टमर्स हैं तो जरा सावधान रहिए। कहीं फ्री प्लान के नाम पर आपसे वसूली ना हो रही हो।
इस बीच एयरटेल ने जियो पर बाजार के नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया था। लेकिन अब रिलायंस ने ही एयरटेल पर बड़ा आरोप लगा दिया है। जियो का कहना है कि एयरटेल द्वारा जिस तरह से तिकोना का प्रस्तावित अधिग्रहण सौदा किया गया है। उस सौदे भारत सरकार को 217 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। जियो का कहना है कि अगर इंटरनेट सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी के पास मौजूद स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल वॉयस कॉलिंग के लिए किया गया, तो इससे सरकार को भारी नुकसान होगा। इसके साथ ही जियो ने भारत के दूरसंचार विभाग से कहा है कि इस अधिग्रहण के सौदे को को किसी भी हाल में मंजूरी ना दी जाए। दरअसल तिकोना इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली कंपनी है। कहा जा रहा है कि एयरटेल इसका इस्तेमाल वॉयस कॉलिंग के लिए करेगा। इसके साथ ही जियो का कहना है कि दूरसंचार विभाग को इस सौदे को मंजूरी नहीं देना चाहिए। जियो का कहना है कि जब तक एयरटेल अपने ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम को यूनिफाइड लाइसेंस में बदलने के लिए भुगतान नहीं करती, तब तक इस अधिग्रहण को मंजूरी नहीं मिलनी चाहिए।