पहाड़ी शेर जनरल बिपिन रावत के खौफ से बौखलाया चीन, दे दी युद्ध की धमकी
Jul 5 2017 5:58PM, Writer:जतिन
लगता है कि चीन पर भारत की बातों का असर बड़े असरदार तरीके से पड़ रहा है। हाल ही में देश के आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने ड्रैगन को खुली चेतावनी दे डाली थी कि ड्रैगन की धमकियों का भारत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही जनरल रावत ने कहा था कि अगर युद्ध भी हुआ तो देश की आर्मी तैयार है। अब लग रहा है कि इस ऐलान के बाद से ड्रैगन बुरी तरह से बौखला गया है। इसके साथ ही इस मुल्क की सरकारी मीडिया ने भारत को अब धमकाना शुरू कर दिया है। एक बार फिर से इस मुल्क के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में बड़ी बात लिखी है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि अगर भारतीय सेना सिक्किम बॉर्डर के पास विवादित क्षेत्र से बाहर नहीं गई तो, china की आर्मी भारतीय सेना को खदेड़कर बाहर भेजेगी। इसके साथ ही इस लेख में लिखा गया है कि इंडियन आर्मी चाहे तो सम्मान के साथ अपनी सीमा में वापस लौट सकती है।
इस मुल्क का साफ कहना है कि सिक्किम के डोंगलांग क्षेत्र में मौजूदा तनाव को खत्म करने का सिर्फ एक ही रास्ता है, वो ये है कि भारतीय सेना को हर हाल में पीछे हटना पड़ेगा। ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में भारत के लिए बड़ी बात भी लिखी है। इसमें लिखा गया है कि भारत 21वीं सदी की सभ्यता को अपमानित कर रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि china भारत की सैन्य ताकत को तिरस्कार भरी नजरों से देखता है। इसके साथ ही अखबार ने भारतीय सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत के एक बयान का भी जिक्र किया है। दरअसल जनरल रावत ने कहा था कि अगर युद्ध की स्थिति भी हुई तो भारत इसका सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। लगता है कि ड्रैगन इस बात को हजम नहीं कर पा रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत के सिर पर जंग का जुनून सवार हो गया है। जिस चुंबी घाटी के लिए इतना विवाद हो रहा है, उसके बारे में भी आपको बता देते हैं।
china द्वारा चुंबी घाटी में सड़क बनाने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में भूटान की सेना ने चीन की इस हरकत का विरोध किया था। इस सड़क से सिलिगुड़ी गलियारे को नुकसान पहुंच सकता है। ये गलियारा भारत के सामरिक और आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है। इसके साथ ही चीन की मीडिया ने भारत और भूटान के संबंधों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत अब भूटान को अपना दास बनाने का काम कर रहा है। जाहिर है कि चीन लगातार डोकलाम मुद्दे पर भारत को भड़काने की कोशिश कर रहा है। उधर भारत भी पूरे धैर्य के साथ इस मुद्दे से निपट रहा है। 1962 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है ,जब किसी इलाके को लेकर भारत और चीन के बीच गतिरोध बढ़ रहा है। कुल मिलाकर कहें तो भारतीय सेना के चीफ जनरल बिपिन रावत के ऐलान के बाद से तो मानों ड्रैगन को आग सी लग गई है।