बनभूलपुरा में बवाल के बाद इंटरनेट बंद, क्षेत्र में कर्फ्यू, हिंसा में 6 की जान गई
पुलिस-प्रशासन की टीम पर सामने से उपद्रवियों के पथराव करते ही छतों से पत्थरों की बारिश होने लगी। उपद्रवी इतने उग्र थे मानों जान लेने पर तुले हों।
Feb 9 2024 10:47AM, Writer:कोमल नेगी
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार को हुए बवाल के बाद तनाव पसरा है। यहां प्रशासन की टीम सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने मदरसे और मस्जिद को हटाने पहुंची थी, इस दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए।
Curfew in Banbhoolpura
प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं। हिंसा की घटना के बाद पुलिस और प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कार्रवाई से पहले क्षेत्र में हवाई सर्वे क्यों नहीं कराया गया। बीते चार फरवरी के विरोध के बावजूद पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीम ने मामले को हल्के में ले लिया। दूसरे जिलों से आई पुलिस को भी हालात का अंदाजा नहीं था। बनभूलपुरा की तंग गलियों में उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए अंदर घुस रही पुलिस फोर्स उनके ही जाल में फंसती नजर आई। घरों की छतों से पुलिसकर्मियों पर लगातार पथराव होता रहा। बमुश्किल गलियों से बचते-बचाते पुलिसकर्मी किसी तरह मुख्य सड़क पर आ सके।
पुलिसकर्मियों की जान मुश्किल से बच सकी। यही नहीं क्षेत्र में अतिक्रमण वाली जगह के चारों ओर बस्ती बसी है। यहां दो से तीन मंजिला मकान बने हैं, जिनकी गिनती हजारों में है। पुलिस-प्रशासन की टीम पर सामने से उपद्रवियों के पथराव करते ही छतों से पत्थरों की बारिश होने लगी। उपद्रवी इतने उग्र हो गए, मानों जान लेने पर तुले हों। पत्थरबाजी के साथ उनके रौद्र रूप ने पुलिस फोर्स, प्रशासन और नगर निगम की टीम को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया। इलाके में पांच से अधिक गलियां हैं, जो काफी तंग हैं और किस गली से कब पत्थर आ रहा था, किसी को अंदाजा ही नहीं लग रहा था। यही वजह रही कि बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी और निगम कर्मी घायल हुए। बवाल के बाद पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। जिले में मिश्रित आबादी वाले थाना क्षेत्रों में संवेदनशील जगहों पर गश्त बढ़ा दी गई है। साथ ही दो प्लाटून पीएसी समेत सुरक्षा बलों को हल्द्वानी भेजा गया है।