ये है मोदी नीति का कमाल, चीन होगा पस्त, ASEAN देशों के जरिए ड्रैगन को मिलेगी मात !
Jul 8 2017 7:51PM, Writer:Shantanu
चीन लगातार दबंगई दिखा रहा है। भारत और चीन के बीच का तनाव किसी से छुपा नहीं है। डोकलाम में चीन के विरोध और भारत के कड़े जवाब के कारण तनाव बरकरार है। चीन से निपटने के लिए भारत की नीतियों पर विरोधी सवाल उठा रहे हैं। लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है उस से मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने वाले खामोश हो जाएंगे। ड्रैगन के सताए देशों के साथ भारत अपने संबंध मजबूत कर रहा है। आसियान देशों के साथ भारत अपने सामरिक सबंध मजबूत कर रहा है।ये पीएम मोदी की कूटनीति का कमाल है कि आसियान देशों के साथ भारत के संबंध बेहतर हो रहे हैं। ये सभी देश कभी न कभी चीन के सताए हुए हैं। इसी के साथ पीएम मोदी की एक्ट ईस्ट पॉलिसी भी अपना काम कर रही है। जापान के साथ साथ एशिया-पसिफिक में ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी को लेकर भारत काफी सक्रियता से काम कर रहा है।
इन सबके बीच म्यांमार के सेना प्रमुख का भारत दौरा काफी अहम हो गया है। म्यांमार भी चीन की मनमानी का शिकार बनता रहा है। अब आपको कुछ देशों के बारे में बताते हैं जिनके साथ भारत के सामरिक संबंध मजबूत हो रहे हैं। जापान के साथ भारत के रिश्ते काफी अच्छे हैं। दोनों देशों का जोर समुद्री सुरक्षा पर है, जहां चीन अक्सर अपनी दादागीरी दिखाता है। इसके अलावा भारत सिंगापुर की सेना औऱ एयरफोर्स को 5 साल के ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए सैन्य सुविधाएं देता रहा है। दोनों देशों के बीच संयुक्त सान्य अभ्यास भी होता रहता है। इस से चीन काफी चिढ़ता है। इंडोनेशिया के साथ जल्द ही भारत का संयुक्त एयर कॉम्बैट अभ्यास होने वाला है। इसके साथ ही भारत-इंडोनेशिया मिलकर संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास गरुड शक्ति को अपग्रेड करने वाले हैं। भारत ने इंडोनेशिया को नेवी ट्रेनिंग देने का भी वादा किया है।
इसके साथ ही वियतनाम को भी भारत सैन्य सहायता दे रहा है। साथ ही वहां के सैनिकों को ट्रेनिंग भी दे रहा है। इसके अलावा भारत वियतनाम को हथियार भी दे रहा है। सूत्रों के मुताबिक भारत ने वियतनाम को ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल देने का भी ऑफर दिया है। बात थाईलैंड की करते हैं। थाईलैंड के साथ भारत का सैन्य अभ्यास होता रहता है। पीएम मोदी की कूटनीति का जलवा अगले गणतंत्र दिवस पर देखने को मिल सकता है। इस मौके पर सभी आसियान देशों के प्रमुखों को न्यौता दिया जा सकता है। इनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलयेशिया, म्यांमार, फिलीपीन्स, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं। कुल मिलाकर चीन को घेरने के लिए मोदी सरकार ने वो चाल चलने की योजना बनाई जिसके बाद चीन बुरी तरह से फंस जाएगा। चीन के सताए देशों को साथ लाकर भारत चीन को दिखाना चाहता है कि वो कितना भी शेखी बघार ले लेकिन वो अकेला ही रह जाएगा।