उत्तराखंड: सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 लोगों की जिंदगी बचाने वाले का घर क्यों ढहाया? मामले में राजनीति तेज
दिल्ली के खजूरी खास में बिना नोटिस दिए कई घरों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। इसमें रैट माइनर वकील हसन का घर भी शामिल है।
Mar 1 2024 11:57AM, Writer:कोमल नेगी
उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने में रैट माइनर्स दल की भूमिका अहम रही।
DDA demolished house of rat miner vakeel hasan
उस वक्त रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले रैट माइनर्स देखते ही देखते हीरो बन गए थे। इन में से एक रैट माइनर वकील हसन के दिल्ली स्थित घर पर बुधवार को बुलडोजर चला दिया गया। दिल्ली के खजूरी खास में बिना नोटिस दिए कई घरों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है। इसमें रैट माइनर वकील हसन का घर भी शामिल है। हसन ने दिल्ली विकास प्राधिकरण पर उनके घर को ढहाने का आरोप लगाया है। वकील हसन ने बताया कि उन्होंने सिलक्यारा सुरंग में 41 लोगों को बचाया था और बदले में उन्हें यह मिला है। बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर सियासत भी तेज हो गई है।
मकान पर बुलडोजर चलने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव, भाजपा सांसद मनोज तिवारी, दिल्ली के उपराज्यपाल की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उधर, दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा, 'पिछले साल नवंबर में अपनी टीम के साथ उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए सम्मानित रैट माइनर वकील हसन के घर को बुलडोजर से ढहा दिया गया। मुझे इसके बारे में बताया गया है और हम निश्चित रूप से मुआवजा देंगे। उन्हें एक घर भी मुहैया कराया जाएगा।' बता दें कि उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में पिछले साल 41 मजदूर फंस गए थे। उन मजदूरों को बाहर निकालने के लिए दिल्ली से 12 रैट माइनर भेजे गए थे। वकील हसन भी उन माइनर्स में शामिल थे।