image: rahman makki is responsible for terror attack

ऐसे रची गई थी अमरनाथ हमले की साजिश...पाकिस्तान, जुमे की रात और वॉट्सऐप…

Jul 11 2017 6:29PM, Writer:शांतनु

कश्‍मीर के अनंतनाग में सोमवार की रात 8 बजकर 20 मिनट पर अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकी हमला हुआ था। लश्‍कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने इस बस को चारों ओर से घेर कर अंधाधुंध फायरिंग की थी। जिसमें सात श्रद्धालुओं की जान चली गई थी। जबकि कई जख्‍मी हो गए थे। इस आतंकी हमले को लेकर देश की खुफिया एजेंसियों को कई महत्‍वपूर्ण इनपुट्स मिले हैं। खुफिया विभाग को जानकारी मिली है कि इस हमले की साजिश पाकिस्‍तान के फैसलाबाद में पिछले हफ्ते ही रची गई थी। इसके लिए लश्‍कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडरों ने जुमे रात फैसलाबाद के हाजवेरी टाउन में एक मीटिंग की थी। जिसकी जानकारी लाहौर में नजरबंद हाफिज सईद को भी दी गई थी। दरअसल, खुफिया विभाग को जानकारी मिली है कि पिछले हफ्ते गुरुवार की रात फैसलाबाद जेल के पास जिन्‍ना गार्डेन में पहले आतंकियों की ये मीटिंग होने वाली थी। लेकिन, बाद में इसे सुरक्षा के लिहाज से टाल दिया गया।

इसके बाद आतंकियों की ये मीटिंग हाजवेरी टाउन में हुई। जिसकी कमान खुद अब्‍दुल रहमान मक्‍की ने संभाल रखी थी। जुमे रात हुई इस मीटिंग में लश्‍कर-ए-तैयबा के संस्‍थापक और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद का बहनोई अब्‍दुल रहमान मक्‍की और उसका बेटा तल्‍हा सईद भी शामिल हुआ था। दरअसल, अब्‍दुल रहमान मक्‍की इस वक्‍त लश्‍कर की कमान संभाल रहा है। वो जमात-उद-दावा में सेकेंड कमान है। इस मीटिंग में कुल नौ लोग शामिल हुए थे। तल्‍हा सईद को इस वक्‍त हाफिज ने तहरीक-ए-आजादी-कश्‍मीर संगठन की कमान सौंपी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मीटिंग में तय हुआ कि सावन के पहले सोमवार के मौके पर ही अमरनाथ यात्रा को टारगेट करना है। खुफिया विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक अब्‍दुल रहमान मक्‍की और तल्‍हा सईद ने ही इस हमले के लिए अबु इस्‍माइल उर्फ इस्‍माइल लश्‍करी को जिम्‍मेदारी सौंपी थी। इस्‍माइल लश्‍करी मूल रुप से पाक अधिकृत कश्‍मीर का रहने वाला है।

जुमे रात ही इस मीटिंग की जानकारी व्‍हाट्सअप के जरिए अब्‍दुल रहमान मक्‍की ने इस्‍माइल लश्‍करी को दे दी थी। सूत्रों का दावा है कि इस्‍माइल लश्‍करी भी इस मीटिंग में मैंसेजर के जरिए लाइव जुड़ा हुआ था। लेकिन, कश्‍मीर में नेटवर्क की दिक्‍कत के चलते उसका सीधा संवाद फैसलाबाद में बैठे अब्‍दुल रहमान मक्‍की और तल्‍हा सईद से नहीं हो पा रहा था। जिसके बाद उसे मैसेज के जरिए हमले का हुक्‍म दिया गया और कहा कि ये उसे खुद तय करना है कि हमला कैसे और कहां किया जाए। फैसलाबाद में लश्‍कर के आतंकियों की ये मीटिंग करीब डेढ़ तक चली थी। जिसके बाद तल्‍हा सईद मुजफ्फराबाद के लिए रवाना हो गया था। जबकि अब्‍दुल रहमान मक्‍की लाहौर निकल गया था। इस्‍माइल लश्‍करी पिछले साल घुसपैठ कर कश्‍मीर में दाखिल हुआ था। जिसके बाद वो यहां पर कई आतंकी वारदातों को अंजाम दे चुका है। दिसंबर 2016 में पंपोर में आर्मी के काफिले पर हुआ हमला भी इस्‍माइल ने ही किया था। इसके बाद उसने एक बैंक भी लूटा था। उसे कश्‍मीर के लोकल आतंकियों का पूरा सपोर्ट है।


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