Uttarakhand: रिटायर्ड कर्नल की देखभाल के लिए जिन पर किया भरोसा, उन्होंने मोबाइल से ऐसे उड़ाये लाखों रुपए
घर में कामकाज के लिए रखे परिवार ने 83 साल के बुजुर्ग सेवानिवृत कर्नल को लाखों का चुना लगा दिया। मामले का क्लेमनटाउन थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Apr 25 2024 9:15PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
आरोपी के पूरे परिवार ने साथ मिलकर रिटायर कर्नल के खाते से 3 साल में 4.20 लाख रुपए अपने निजी उपयोग के लिए ट्रांसफर किए। कर्नल बेटे की नज़र में आने के बाद हुआ पर्दाफास।
Care Taker Committed Fraud of Lakhs From Retired Colonel's in Dehradun
आजकल डिजिटल तरीके बुजुर्ग से लेकर पढ़े-लिखे लोगों को तक फ्रॉड का शिकार बनाया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला देहरादून से आया है जहाँ सेना से रिटायर बुजुर्ग कर्नल ने अपने घर के कामकाज के लिए महिला के परिवार को रखा था और इन लोगों ने बुजुर्ग कर्नल को 4.20 लाख रुपए का चूना लगा दिया। आरोपी परिवार ने ऑनलाइन भुगतान के लिए कर्नल के पेंशन खाते से कई ई वॉलेट जोड़ लिए। जिसके बाद ये इनके जरिए ऑनलाइन पेंसे अपने खाते में डालते रहे।
2021 से कर रहे थे पेंसे ट्रांसफर
एसओ क्लेमनटाउन दीपक धारीवाल ने बताया कि सेना से रिटायर कर्नल सुरेश चंद त्यागी उम्र करीब 83 वर्ष सी-22 टर्नर रोड पर रहते हैं। वे मोबाइल का ई वालेट आदि ठीक से नहीं चला पाते हैं। इन्होने घर पर कामकाज के लिए केयर टेकर अनीता देवी को रखा है और साथ ही अनीता का परिवार सर्वेंट क्वार्टर में रहता है। रिटायर कर्नल ने आरोप लगाया है कि अनीता संग मिलकर उसके पति कन्हैया रावत और बेटे अखिलेश रावत ने वर्ष 2021 में कहा कि वह अपने बिल आदि के भुगतान ई वॉलेट एप के जरिए कर सकते हैं।
कर्नल के बेटे ने पकड़ा फर्जीवाड़ा
इसके बाद अखिलेश ने दो ई वॉलेट एप कर्नल के मोबाइल में डाल दी और एक एप चोरी से अपने मोबाइल में डाली। आरोप है कि इनके जरिए आरोपियों ने तीन साल में बुजुर्ग कर्नल के खाते से 4.20 लाख रुपए ट्रांसफर कर किए। बुजुर्ग कर्नल का बेटा भी सेना में कर्नल है और हाल में हिमाचल प्रदेश में तैनात है। उन्होंने जब अपने पिता के खाते की ट्रांजेक्शन देखी तो केयर टेकर परिवार का फर्जीवाड़ा सामने आया। एसओ दीपक धारीवाल ने बताया कि धोखाधड़ी के इस केस में आरोपियों के खिलाफ जांच की जा रही है।