80 आदमखोरों के जाल में फंसा उत्तराखंड, इस बार उत्तरकाशी में मचाया आतंक !
Jul 21 2017 12:09PM, Writer:जतिन
उत्तराखंड में इस वक्त पलायन और बेरोजगारी के साथ साथ एक और बड़ी परेशानी है, जो हर किसी के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। ना जाने उत्तराखंड में कितने आदमखोर बाघ घूम रहे हैं। हर बार कोई ना कोई इनका शिकार बनता है। आपको बताएंगे कि पूरे उत्तराखँड में कितने आदमखोर बाघ घूम रहे हैं, लेकिन उससे पहले मुख्य खबर के बारे में बता देते हैं। उत्तरकाशी के भंकोली गांव में बनी गौशाला में कल रात बाघ ने एक व्यक्ति को अपना निवाला बना दिया। खून के निशान देखकर देखकर ग्रामीण सन्न रह गए। इसके बाद खून के निशानों का पीछा करते करते ग्रामीण जब 200 मीटर आगे पहुंचे, तो पता चला कि झाड़ियों में एक क्षत विक्षत शव पड़ा है। ग्रामीणों ने इस बारे में वन कर्मियों को सूचना दी। वन कर्मी देरी से पहुंचे तो ग्रामीणों ने बवाल काट दिया। वन कर्मियों, तहसील कर्मियों तथा डीएफओ का घेराव कर नारेबाजी की।
नौगांव ब्लॉक मुख्यालय से सात किलोमीटर की दूरी पड़ता है भंकोली गांव। यहां पर गैरोग नाम की जगह पर छानियां हैं। गैरोग छानी में सरदार सिंह नाम के शख्स की भी गोशाला है। इस बीच सरदार सिंह की पत्नी भंकोली गांव में देवता की पूजा में शामिल होने के लिए गई थी। सरदार सिंह छानी में अपने पशुओं के साथ था। सुबह जब दूसरे गांव का निवासी सुरेश छानी में गया तो उसने सरदार सिंह के लिए आवाज लगाई। अंदर से कोई भी जवाब नहीं या, तो सुरेश हैरान रह गया। इसके बाद सुरेश ने छानी के अंदर देखा तो वहां खून के निशान पड़े थे। इन निशानों को देखते हुए वो दो सौ मीटर ग गया। दूर झाड़ियों में सरदार सिंह का क्षतविक्षत शव पड़ा था। इस दौरान तेंदुआ शव को खा रहा था। सुरेश ने इस बात की जानकारी ग्रामीणों और वन विभाग को दी। ग्रामीणों के पहुंचने पर तेंदुआ वहां से भाग गया। वन विभाग की टीम जब पहुंची तो ग्रामीणों ने वन कर्मियों का घेराव किया।
गाव वालों के हंगामे के बाद डीएफओ ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए जल्द ही पिंजरा लगाया जाएगा। इसके साथ ही गांव में गश्त भी बढ़ाई जाएगी। एक आंकड़े के मुताबिक 71 फीसद वन भूभाग वाले उत्तराखंड में 80 नरभक्षी छुट्टे घूम रहे हैं। इनमें 75 गुलदार और पांच बाघ हैं। ये कहां हैं इसकी जानकारी वन विभाग के पास नहीं है और यही बात लोगों को और डराती है कि कौन सा तेंदुआ कब उन्हें अपना शिकार बना ले। राजाजी टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में आदमखोर तेंदुए का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आदमखोर तेंदुए ने इससे पहले वैदिक नगर गांव के पास हरिद्वार रेंज में तैनात एक वन दारोगा को निवाला बनाया। जिस वक्त तेंदुए ने दरोगा पर हमला किया उस वक्त वो ड्यूटी कर अपने सरकारी आवास लौट रहे थे। अब एक बार फिर से नरभक्षी ने उत्तरकाशी के एक गांव में अपना आतंक बरपा दिया है।