Uttarakhand: आदिवासियों के फर्जी आधारकार्ड बनाकर बैंक से करता था चोरी, बिहार से हुआ गिरफ्तार
आखिरकार पुलिस ने एक ऐसे गिरोह की सरगना को पकड़ लिया है जिसने सरकारी बैंकों के खातों से लाखों रूपये फर्जी तरीके से गायब किए थे।
Jun 20 2024 7:23PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
सरकारी बैंक के खातों से लाखों की ठगी करने वाले का तरीका देख पुलिस भी रह गई दंग, इस गिरोह के शख्स को पुलिस ने पटना से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने गिरोह के साथ मिलकर कूटरचित तरीके से सरकारी खातों से 11 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी की है।
Man Arrested For Defrauding Government Banks Worth Lakhs
इस मामले की जानकारी देते हुए पौड़ी पुलिस के एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी बिहार का रहने वाला है और वह ठगी करने के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस लगातार आरोपी के ठिकानों में दबिश दे रही थी लेकिन वह हर बार निकलकर भाग जाता था। पर इस बार उसकी चालाकी को पुलिस ने सफल नहीं होने दिया और जैसे ही आरोपी की खबर बिहार में होने की बताई गई तो तत्काल ही पौड़ी से पुलिस की टीम को बिहार के लिए रवाना किया गया। पुलिस टीम ने आरोपी को पटना जिले के कदमकुवा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है और जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम गोर लाल यादव है, आरोपी के खिलाफ बिहार के कई थानों में हत्या और रंगदारी जैसे आपराधिक मुकदमें दर्ज है।
ऐसे उड़ाए सरकारी बैंक खातों से लाखों
पुलिस ने बताया कि इस मामले में दो आरोपियों रोहित राज और निहाल सिंहा को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। आरोपी गोर लाल यादव ने बताया कि वो अपने गैंग के साथ मिलकर सरकारी निकायों, कार्यालयों के चैक व खाता संख्या आदि की जानकारी प्राप्त करके उनके फर्जी चैक बुक का क्लोन तैयार करता था, फिर वह क्लोन को विभिन्न खातों में लगाकर पैसा निकाल लेते हैं। ये गैंग मुख्य रूप से आदिवासी इलाकों में रह रहे गरीब अशिक्षित लोगों को धन का प्रलोभन देकर उनके आधार कार्ड और फर्जी सीएम बना लेते थे। फिर इनसे सैकड़ों फर्जी खाते खुलवाकर देश के अलग-अलग सरकारी निकायों व कार्यालय के खातों और चेकों की जानकारी लेकर ठगी किया करते थे। पौड़ी में हुई इस वारदात की सूचना तहसीलदार सुधा डोभाल ने पुलिस को दी थी और बताया था कि कुछ अज्ञात लोगों द्वारा तहसील के सरकारी खाते की चैक बुक को गलत इस्तेमाल करके 13 कूटरचित चैक विभिन्न खाता धारकों के खातों में लगाकर कुल 11,17,027 रुपये की धोखाधड़ी की गयी है, इसके बाद ही पुलिस ने इस मामले में कार्रवाही शुरू कर दी थी।