उत्तराखंड में ‘नाकामी’ के बाद बिलबिलाया चीन, हमले की तैयारी शुरू !
Aug 1 2017 5:04PM, Writer:मीत
आपको याद ही होगा कि कुछ वक्त पहले चीन ने देश में घुसपैठ करने का एक और रास्ता ढूंढा था। हालांकि वो नाकाम रहा, लेकिन अब एक बार फिर से वो फुंफकार रहा है। इसके साथ ही इस मुल्क के राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा है कि ड्रैगन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कभी समझौता नहीं कर सकता। इसके साथ ही जिनपिंग का कहना है कि उनकी सेना 'हर हमले' को नाकाम करने के लिए आश्वस्त है। ये सब बातें जिनपिंग ने पीपल्स लिबरेशन आर्मी की 90वीं वर्षगांठ के मौके पर कही हैं। जिनपिंग का कहना है कि वो किसी को भी China के किसी भी हिस्से को अलग करने की इजाजत नहीं देंगे। जिनपिंग ने ये टिप्पणी ऐसे वक्त पर दी है, जब डोकलाम को लेकर भारत और ड्रैगन के बीच बवाल चल रहा है। इसे लेकर जिनपिंग का कहना है कि China को यकीन है कि हर किस्म के हमले को नाकाम कर सकते हैं। तीन दिन में ऐसा दूसरी बार देखा जा रहा है कि जिनपिंग ने हमलों को नाकाम करने को लेकर पीएलए की क्षमताओं के बारे में बताया है।
30 जुलाई को एक बड़ी परेड के दौरान जिनपिंग ने कहा कि China की सेना में सभी हमलावर दुश्मनों को हराने की क्षमता है। इससे पहले खबर आई थी कि China की आर्मी उत्तराखंड के बाराहोती में 100 मीटर अंदर तक घुस आई थी। इसके बाद भारतीय सेना के जवानों ने इसका विरोध किया था और उन्हें वापस भेज दिया था। लग रहा है कि डोकलाम के बाद से ड्रैगन बाराहोती के मुद्दे पर गरमाया हुआ है। इससे पहले अजीत डोभाल China के दौरे पर गए थे। बताया जा रहा है कि डोकलाम के मुद्दे को लेकर अपने समकक्ष यांग जीची के साथ डोभाल ने बात की थी। फिलहाल दोनों ही देशों ने इस बातचीत को लेकर चुप्पी साधी हुई है। जिस वक्त डोभाल ने चीन का दौरा किया था, बताया जा रहा है कि उसी वक्त China की आर्मी उत्तराखंड के बाराहोती में घुसी थी। चीन बार बार प्लानिंग कर रहा है कि किस तरह से हिंदस्तान में सेंध लगा दी जाए। इसके लिए चीन ने भारत के राज्य उत्तराखंड पर अपनी निगाहें तरेरी हैं।
एक तरफ सिक्किम के डोकलाम में चीन लगातार विवाद पैदा कर रहा है और दूसरी तरफ उसने उत्तराखंड में भी आतंक मचाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड के बाराहोती में भारतीय सीमा में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की चीन यात्रा से एक दिन पहले 25 जुलाई को चीन के द्वारा ये हरकत की गई है। सुबह करीब 9 बजे चीनी सैनिक 800 मीटर से एक किलोमीटर अंदर तक भारतीय सीमा में घुस आए थे। हालांकि इसके बाद ही आईटीबीपी के जवान एक्शन में आ गए थे। जवानों ने चीनियों का विरोध किया और उन्हें बॉर्डर के उस पार खदेड़ दिया। हालांकि बाराहोती सीमा पर भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच कोई विवाद नहीं है। भारत ने इसके बाद कह दिया है कि किसी भी तरह की घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उत्तराखंड के बाराहोती में भी चीनी सैनिकों की घुसपैठ नई है। यहां भी चीनी सैनिकों ने डोकलाम वाली हरकत दोहराई है।