अजित डोभाल का दम देखिए, डोकलाम भूला चीन, अब ऐसा काम कर रहा है !
Aug 4 2017 2:34PM, Writer:सुमित
पिछले डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त हो गया है और डोकलाम में चीन और भारत की सेनाएं एक दूसरे के आर-पार खड़ी हैं। एक इशारे की देर है और फिर कुछ भी हो सकता है। लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि चीन अपने कदम पीछे खींचने लगा है। इससे पहले हमने आपको बताया था कि अजित डोभाल चीन का दौरा कर चुके हैं। वहां इस मुद्दे पर बातचीत हुई। अब अगले महीने पीएम मोदी भी ब्रिक्स के सम्मलेन में हिस्सा लेने के लिए चीन जा रहे हैं। ऐसे में चीन के सामने सबसे बड़ा सवाल ये कि आखिर मोदी की यात्रा से पहले किस तरह से सीमा विवाद को शांत किया जाए। इसके लिए चीन की तरफ से तैयारियां शुरू हो गई हैं। ग्लोबल टाइम्स, जिसे कि चीन का सबसे बड़ा अखबार कहा जाता है। पिछले दिनो ग्लोबल टाइम्स भारत के खिलाफ कई तरह के सेख लिख रहा था। लेकिन अब इस अखबार के सुर जरा नरम पड़ रहे हैं। ग्लोबल टाइम्स में फिर से एक आर्टिकल छापा गया है।
इस लेख में भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ की गई, भारत में बिजनस की तारीफ की गई। यहां तक कि भारत में बिजनेस की स्थितियों की भी तारीफ की गई है। इसके साथ ही इस आर्टिकल में लिखा गया है कि चीन की कंपनियां अब भारत को पिछड़ा देश समझने वाली मानसिकता को भूल जाए। ग्लोबल टाइम्स के लेख में लिखा गया है कि ‘चीन के लोग समझते हैं कि हिंदुस्तान एक बड़ी ज्यादा आबादी वाला गरीब मुल्क हैं, जहां बार बार बिजली गुल हो जाती है, जहां इंडस्ट्रियल बेस काफी कमजोर है और चीन के मुकाबले काफी छोटे लेवल का है।’इसके बाद लिखा गया है कि जो लोग ऐसा सोचते हैं, वो गलती कर रहे हैं। इस लेख में लिखा गया है कि चीन के लोग ये जरूर जान लें कि भारत में 100 अरबपति हैं, जो सबसे धनी व्यक्तियों के मामले में किसी देश से दुनिया में चौथी बड़ी तादात है। इसके साथ ही लिखा गया है कि इंटरनेशनल मार्केट में भारत दुनिया के सभी मुल्कों को कॉम्पटीशन दे रहा है।
इससे पहले हमने आपको बताया था अजित डोभाल के चीन के दौरे के बाद से चीन के रुख में थोड़ी सी नरमी आई है। चीन चाहता है कि जल्द से जल्द डोकलाम के विवाद का हल निकले। उधर अमेरिका और रूस जैसे बड़े मुल्क भारत के ही साथ दिख रहे हैं। ऐसे में चमाम मुल्कों के बीच घिरा चीन अब अलग रुख अपना रहा है। देखा जा रहा है कि अब भारत को रिझाने की कोशिश हो रही है। इस वजह से ग्लोबल टाइम्स में भारत के लिए अच्छी बातें लिखी जा रही हैं। ग्लोबल टाइम्स के आर्टिकल में चीनी कंपनियों को भारत में निवेश की योजना तैयार करने की सलाह दी गई है। िसके साथ ही निवेश को बेहतर ढंग से समझने की सलाह दी गई है। आर्टिकल में लिखा गया है, 'भारत में निवेश की योजना बना रही चीनी कंपनियों को मीडिया के जरिए जानने के अलावा कई और स्रोतों से भारत के बारे में बेहतर समझ बनाने की जरूरत है, जिससे निवेश संबंधी फैसले के लिए ज्यादा अेच्छी जानकारी मिल सकेगी।'