Uttarakhand: फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर रिटायर्ड बैंक मैनेजर से साढ़े 52 लाख की ठगी, 8 घंटे रखा डिजिटल अरेस्ट
डिजिटल अरेस्ट के मामले उत्तराखंड में लगातार बढ़ते जा रहे हैं यहाँ साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त बैंककर्मी को 8 घंटे से अधिक डिजिटली हिरासत में लेकर उनसे लाखों की ठगी कर ली।
Sep 21 2024 1:31PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
साइबर ठगों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर रिटायर्ड बैंक मैनेजर से 52 लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित ने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और ठगी गई राशि की वापसी की मांग की गई है।
Retired Bank Manager Cheated of Rs 52 Lakh in Uttarakhand
साइबर ठगी का शिकार हुए योगेश श्रीवास्तव ने मामले की जानकारी साइबर थाना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। योगेश ने अपनी शिकायत में बताया कि 13 सितंबर को व्हाट्सएप पर उन्हें एक कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को मुंबई पुलिस की तिलक नगर शाखा का अधिकारी बताया। कॉलर ने कहा कि उनके आधार कार्ड से केनरा बैंक मुंबई में एक खाता खोला गया है और इस खाते के खिलाफ 17 लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्हें मुंबई आकर जांच में शामिल होने के लिए कहा गया। इसके बाद ठगों ने पीड़ित को एफआईआर की जानकारी भेजी जिसे सच मानकर वे डर गए।
ठगी के बाद चैट डिलीट, कॉल का जवाब भी बंद
ठगों ने फिर एक बैंक खाता नंबर दिया, जिसमें पीड़ित ने 52 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि जैसे ही उन्होंने पैसे ट्रांसफर किए, ठगों ने व्हाट्सएप पर की गई चैटिंग को धीरे-धीरे डिलीट करना शुरू कर दिया। इसी दौरान उन्हें ठगी का एहसास हुआ। आखिर में ठगों ने उनके कॉल का जवाब देना भी बंद कर दिया। साइबर थाना प्रभारी देवेंद्र नबियाल ने कहा कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है। जांच के दौरान मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।