डोकलाम के बाद उत्तराखंड पर चीन की नजर, दे डाली जंग की धमकी !
Aug 9 2017 7:45PM, Writer:कपिल
दोे महीने से ज्यादा वक्त हो गया है। डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं एक दूसरे के आर-पार खड़ी हैं। इधर चीन बार बार भारत को धमकी दे रहा है। लेकिन सवाल ये है कि आखिर ये कोरी धमकियां आखिर कब तक ? एक बार फिर से चीन के बड़े अखबार चाइना डेली ने भारत को चेतावनी दे डाली है। चाइना डेली ने लिखआ है कि चीन और भारत के बीच युद्ध का काउंटडाउन अब शुरू हो गया है। अपनी कोरी धमकियों से पाकिस्तान जैसे मुल्क को अपने कब्जे में करने वाला चीन शायद ये सोच रहा है कि वैसी धमकियों का असर भारत पर भी होगा। इसके साथ ही चीन ये भी जानता है कि दुनिया की तमाम बड़ी शक्तियां अब भारत के सपोर्ट में आकर खड़ी हो रही हैं। ऐसे में शायद चीन के पास धमकियां देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। चाइना डेली अखबार के एडिटोरियल में लिखा गया है कि भारत और चीन के बीच जंग का काउंटडाउन शुरू हो गया है।
आगे लिखा है कि भारत को अब इस दिशा में जल्द ही कोई कदम उठाना चाहिए। अखबार ने लिखा है कि अब शांतिपूर्ण समाधान की हर संभावना खत्म होती दिख रही है। अखबार ने लिखा है कि भारत को डोकलाम से अब अपनी सेना हटा लेनी चाहिए। अपनी सरकार के सुर में ये अखबार सुर मिलाता जा रहा है। उधर ना जाने कितने मुल्कों से चीन को धमकी भी मिल चुकी है। चीन जानता है कि भारत वो ताकत है, जिससे निपटना मु्श्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन साबित होगा। इसके साथ ही चीनी अखबार ने लिखा है कि क्या होगा कि अगर हम उत्तराखंड के कालापानी और में घुस जाएंगे। उत्तराखंड के लिए चीन ने इसलिए खास तौर पर लिखा है, क्योंकि कुछ वक्त पहले ही उत्तराखंड के कुछ इलाकों में चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की थी। इसके अलावा चीनी हेलीकॉप्टर भी उत्तराखंंड की सीमा पर मंडराते देखे गए थे।
इसके साथ ही चीनी अखबार ने लिखा कि कश्मीर में भी अगर वो घुस गए तो क्या होगा। इस बीच भारत सरकार साफ कर चुकी है कि डोकलाम में किसी भी कीमत पर सेना को वापस नहीं बुलाया जाएगा। चीन लगातार अपनी तरफ से कोरी धमकियां देता जा रहा है। इससे पहले चीन ने कहा था कि भारत 1962 वाली गलती फिर से दोहरा रहा है।इसके अलावा चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि भारत अगर अपनी सेना को वापस नहीं बुलाता तो युद्ध होगा। ये भी जान लीजिए कि आखिर चीन और भारत के बीच जिस डोकलाम को लेकर विवाद चल रहा है आखिर वो क्या है। दरअसल जिस विवादित क्षेत्र को लेकर दोनों मुल्कों के बीच विवाद चल रहा है, उस क्षेत्र पर भारत का अधिकार है। 16 जून को इस इलाके में चीनी सेना द्वारा सड़क निर्माण करने की कोशिश की गई लेकिन भारत और भूटान की सेना ने इसका विरोध किया था। इसके बाद सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया था।