देवभूमि का लाल पवन, पार्थिव शरीर देख बेसुध मां, बहनों ने अब तक कुछ नहीं खाया !
Aug 11 2017 9:25AM, Writer:ओंकार
शहादत कभी बेकार नहीं जाती। शहीद एक ऐसा शब्द ह, जिसे आने वाले कई सालों और कई पी़ढ़ियों तक याद रखा जाता है। उत्तराखंड वीरों की भूमि है। इस भूमि ने ना जाने देश को कितने ऐसे शेर दिए, जो हंसी खुशी मातृभूमि की बलिवेदी पर चढ़ गए। एक और लाल शहीद हुआ है। सुगड़ी गांव का रहने वाला पवन सुगड़ा, जो ना जाने अपने पीछे कितनी यादें छोड़ गया है। परिवार का सबसे छोटा बेटा, मां का दुलारा, बहनों की आंखों का तारा। अभी रक्षाबंधन बीता भी नहीं था। भाई की कलाई से बहनों की राखी उतरी भी नहीं थी और वो छोड़कर चला गया। बहनों ने तीन दिन से अ्न का एक भी दाना नहीं लिया। मां बेसुध पड़ी अपने बेटे को याद कर रही हैं। याद रखिए अगर आप इ्स वक्त चैन की नींद सो रहे हैं तो सिर्फ इसलिए क्योंकि सीमा पर कोई आपके लिए जान की बाजी लगा रहा है।
याद रखिए आप आज कोई तीज - त्योहार इसलिए मना पा रहे हैं, क्योंकि कोई आपकी खुशी की खातिर बॉर्डर पर दिन रात एक कर रहा है। याद रखिए कि आप आज ना जाने किसके गुलाम होते, वो तो भला हो देश के वीर जवानों का जो मुस्तैदी से हमारी रक्षा कर रहे हैं। पवन सुगड़ा अमरता को प्राप्त हुआ है। पव का पार्थिव शरीर पैतृक गांव सुगड़ी लाया गया। हजारों नम आंखों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। लोगों ने फूल मालाएं चढ़ाकर अपनी संवेदनाएं प्रकट की। जम्मू से शहीद पवन का पार्थिव शरीर सेना के विमान से मंगलवार को ही बरेली पहुंच गया था। बुधवार मौसम खराब होने से की वजह से पार्थिव शरीर को पिथौरागढ़ नहीं लाया जा सका। शाम सात बजे शहीद पवन का पार्थिव शरीर लेकर सेना का वाहन गंगोलीहाट पहुंचा। नगर के प्रवेश द्वार से ही लोग शहीद को पुष्प अर्पित करते रहे।
जिला मुख्यालय से आई सैनिक टुकड़ी ने जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद लोगों के श्रद्धांजलि देने का सिलसिला शुरू हुआ और ऐसा देर रात तक चलता रहा। लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार से पाकिस्तान पर कार्रवाई करने की मांग की। शहीद के घर पर सन्नाटा पसरा रहा। शहीद पवन की मां देवकी देवी बेसुध पड़ी हैं। जवान बेटे और परिवार के लाडले बेटे के जाने का कम भला पवन की मांग से अच्छा कौन जानता है? मां और बहनों ने तीन दिन से अन्न का एक भी दाना नहीं लिया है। जम्मू कश्मीर के बलनोई सेक्टर में पाकिस्तान आर्मी ने एक बार फिर से सीजफायर उल्लंघन किया था। इस सीजफायर उल्लंघन में उत्तराखंड का सपूत पवन सिंह सुगरा शहीद हो गया। पवन सिंह सुगरा 20 कुमाऊं रेजीमेंट के सिपाही थे। वो उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहात तहसील के सुगड़ी गांव के निवासी थे।