केदारनाथ उपचुनाव: बीजेपी ने भी घोषित किया उम्मीदवार, आशा नौटियाल पर खेला दांव
केदारनाथ उपचुनाव दिलचस्प हो गया है। आज 28 अक्टूबर को नामांकन किया जाएगा। रविवार को कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
Oct 28 2024 7:31AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
कांग्रेस के बाद बीजेपी ने भी उत्तराखंड की केदारनाथ सीट से उपचुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी। रविवार देर रात बीजेपी ने उत्तराखंड महिला मोर्चा अध्यक्ष आशा नौटियाल को उम्मीदवार बनाया है।
Kedarnath Bypolls 2024: BJP Declears Asha Nautiyal Candidate
केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर अपने पूर्व विधायक पर भरोसा जताया है। पार्टी ने आशा नौटियाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होने की संभावना है। हालांकि, पिछले आम चुनाव में कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही थी।
बीजेपी विधायक शैला रानी रावत के निधन के कारण खाली केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व विधायक मनोज रावत को अपना उम्मीदवार बनाया है। पिछले आम चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे थे। तब भाजपा प्रत्याशी शैला रानी रावत ने इस सीट पर जीत हासिल की थी।
प्रतिष्ठा का सवाल बनी केदारनाथ सीट
बद्रीनाथ और मैंगलोर उपचुनाव के नतीजों के बाद, केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस पार्टी दोनों के लिए एक प्रकार से स्टेटस का सवाल बन गया है। इस साल जुलाई में हुए उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बद्रीनाथ और मैंगलोर दोनों सीटों पर जीत हासिल की। दोनों सीटें जीतने के बाद उत्तराखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस केदारनाथ विधानसभा सीट पर भी पूरी ताकत झोंकने के मूड में है।
बीजेपी को संभालने होंगे अपने रणबांकुरे
पूर्व विधायक आशा नौटियाल को टिकट मिलने के बाद ये तय है कि बीजेपी को पहले भीतर की लड़ाई से पार पाना होगा। अपने नेताओं को यदि बीजेपी संभाल लेती है तो यहां चुनाव जीतना बीजेपी के लिए आसान रहने की उम्मीद है। वैसे, हाल ही में उत्तराखंड उपचुनाव के नतीजों ने आगामी केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए एक रोमांचक लड़ाई का मंच तैयार कर दिया है। आपको बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में चार उपचुनाव हुए, जिनमें बीजेपी और कांग्रेस ने दो-दो सीटें जीतीं थी।