Uttarakhand News: देहरादून की 11 लाख आबादी को इस परियोजना से मिलेगा पानी, CM धामी ने जारी किये निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में अधिकारियों की बैठक ली. इसमें सौंग बांध पेयजल परियोजना पर महत्त्वपूर्ण चर्चा की गयी. सौंग बांध पेयजल परियोजना से देहरादून शहर की लगभग 11 लाख आबादी को प्रतिदिन 150 एम.एल.डी. पेयजल की आपूर्ति होगी।
Nov 21 2024 4:45PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
राजधानी में दिन दूनी-रात चौगुनी बढ़ती जनसंख्या से उपजे जलसंकट का कुछ हद तक समाधान होने वाला है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में अधिकारियों की बैठक ली. इसमें सौंग बांध पेयजल परियोजना पर महत्त्वपूर्ण चर्चा की गयी.
Song Dam Drinking Water Project Dehradun
सौंग बांध पेयजल परियोजना पर काम जल्दी शुरू होने वाला है. इसके लिए CM धामी ने अधिकारियों को कार्य शुरू करने के लिए विस्थापन की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने में उनकी यथासंभव सहमति के आधार पर शीघ्र भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। CM धामी ने कहा कि जिन परिवारों को विस्थापन किया जायेगा, उनके लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
11 लाख की आबादी के लिए 150 MLD पेयजल आपूर्ति
1 MLD में 10,00,000 लीटर पानी मापा जाता है, सौंग बांध पेयजल परियोजना से देहरादून शहर की लगभग 11 लाख आबादी को प्रतिदिन 150 एम.एल.डी. पेयजल की आपूर्ति होगी। इस प्रकार ये परियोजना हर दिन 15 करोड़ लीटर पीने का पानी देहरादून की जनता को उपलब्ध कराएगी. मुख्यमंत्री धामी की इस महत्वकांक्षी योजना से स्मार्ट सिटी के अंतर्गत विकसित हो रहे देहरादून शहर में पानी की आपूर्ति की जाएगी.
भूजल स्तर में भी होगा सुधार
सौंग बांध पेयजल परियोजना के लिए बनने वाले लगभग 125 मीटर गहरे बांध के डाउनस्ट्रीम में मालदेवता क्षेत्र के आसपास स्थित 10 गांवों की लगभग 15 हजार आबादी की जहां एक तरफ बाढ़ से सुरक्षा होगी, वहीं 15 करोड़ लीटर पानी से देहरादून के भूजल स्तर में भी सुधार होगा। इससे राजधानी के पर्यावरण पर सुखद बदलाव की भी गुंजाईश बढ़ती है.
जल्द शुरू होगा विस्थापन
CM धामी ने बैठक में प्रभावित परिवारों के विस्थापन की कार्रवाई शुरू करने और बातचीत कर सहमति के आधार पर सामुदायिक भवन, मंदिर, सड़क एवं अन्य कोई निर्माण करने के भी निर्देश दिए। जमरानी बांध परियोजना पर कार्यों में और तेजी लाने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये। बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, एस.एन. पाण्डेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, ललित मोहन रयाल, सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर श्री जयपाल सिंह एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।