भारत में ‘जलप्रलय’ लाने की तैयारी में चीन, युद्ध से पहले हुआ बड़ा खुलासा !
Aug 14 2017 3:32PM, Writer:मीत
डोकलाम को लेकर भारत और चीन के बीच पिछले दो महीने से विवाद जारी है। इस तनाव के बीच दोनों ही सेनाएं एक दूसरे के आर पार खड़ी है और बस एक इशारे का इंतजार कर रही हैं। चीन की तरफ से हिंदुस्तान को लगातार धमकियां दी जा रही हैं। इस बीच एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि चीन भारत पर पानी से हमला कर सकता है और एक बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। इस तरह से सिर्फ बॉर्डर पर नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में तबाही मच सकती है। सबसे पहले चीन की भौगोलिक स्थिति के बारे में आपको बताते हैं। भौगोलिक स्थिति के हिसाब से चीन भारत से ऊंची जगह पर है। चीन ने अपने मुल्क में कई बांध तैयार किए हैं। इसके साथ ही भारत में कई ऐसी बड़ी नदियां हैं जो चीन से निकलकर भारत में आती हैं। इन नदियों में ब्रह्मपुत्र नदी का नाम सबसे आगे आता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर चीन के मन में आया तो कुछ वक्त से नदी का पानी बांध के जरिए रोक सकता है। इसके बाद जब चीन पानी छोड़ेगा तो भारत के कई राज्यों में तबाही का मंजर देखने को मिल सकता है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि सिर्फ ब्रह्मपुत्र ही नहीं बल्कि सतलुज नदी भी चीन से निकलती है। ये नदी चीन के कब्जे वाले तिब्बत से निकलकर हिमाचल और पंजाब में जाती है। उधर सिंधु नदी की बात करें तो ये नदी भी तिब्बत से निकलकर लद्दाख से होते हुए अरब सागर में जा मिलती है। यानी साफ है कि चीन के पास इस वक्त तीन नदियां हैं जो भारत में तबाही का कारण बन सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो भारत के किन राज्यों पर असर पड़ेगा इस बारे में भी हम आपको बता रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि असम, अरुणाचल प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में इसका सबसे बड़ा असर देखने को मिल सकता है।
सिंधु नदी की बात करें तो साल 2012 में इस नदी की वजह से काफी बाढ़ आई थी। उस दौरान चीन की तरफ से ही पानी छोड़ा गया था, जिसकी उसने कोई सूचना नहीं दी थी। लेकिन अब डोकलाम का मुद्दा गरमाया हुआ है। चीन लगातार भारत को धमकी पर धमकी दे रहा है। उधर चीन के दैनिक अखबार चाइना डेली में एक रिपोर्ट छपी है। इस रिपोर्ट में भारत को सुधरने की नसीहत दी गई है। साथ ही इस अखबार में लिखा गया है कि भारत और चीन के बीच युद्ध का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसके साथ ही अखबार ने लिखा है कि भारत को जल्द ही कोई कदम उठाना चाहिए, हालांकि शांति की संभावनाएं अब खत्म हो रही हैं। इस तरह की धमकी अब तक चीन के किसी सरकारी अखबार ने नहीं दी है। इस बीच हिंदुस्तान ने सिक्किम और अरुणाचल में लगी सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है।