देहरादून में क्लोरीन गैस के रिसाव से हड़कंप, अस्पतालों में कई लोग भर्ती !
Aug 18 2017 9:26AM, Writer:कपिल
देहरादून में एक खबर से तो हड़कंप ही मच गया। बृहस्पतिवार की शाम थी और हर कोई अपने अपने कामों में डूबा था। इस बीच राजपुर रोड़ पर स्थित जल संस्थान में हाहाकार मच गया। जिसने भी ये मंजर देखा, उसके हाथ पांव फूल गए। जल संस्थान में क्लोरीन गैस का रिसाव हो रहा था। इस गैस के रिसाव की वजह से मौके पर मौजूद चार पुलिसकर्मियों की हालत बिगड़ गई। इसके साथ ही 4 और बच्चों की स्थिति खराब होने लगी। इसके अलावा भी कई लोगों की तबीयत बिगड़ी। सभी कोे आनन-फानन में दून अस्पताल में भर्ती कराया गया। दून अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं थी, इस वजह से उन्हें सीएमआई में भर्ती कराया गया। हैरानी तो तब हुई जह सीएमआई में भी ऑक्सीजन की किल्लत हो गई। इसके बाद लोगों को महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस गैस के रिसाव का असर ऐसा था कि देर रात तक अस्पतालों में लोगों के भर्ती होने का सिलसिला जारी रहा। रात के करीब दस बज रहे थे। उस वक्त ही राजपुर रोड के जल संस्थान में क्लोरीन गैस का रिसाव शुरू हो गया। उस वक्त जल संस्थान के बाहर सीपीयू के चार पुलिसकर्मी थे। जैसे ही ये रिसाव शुरू हुआ तो चारों पुलिसकर्मी अंदर दौड़े। जैसे ही वो अंदर पहुंचे तो उनका दम घुटने लगा। इसके बाद उन्हें उल्टियां आने लगी और तीनों बेहोशी की हालत में पहुंच गए। वहां कुछ बच्चे मौजूद थे, जो कि बेहोश होने वाले थे। पुलिस वालों ने बच्चों को उठा लिया और बाहर की ओर निकल आए। बताया जा रहा है कि क्लोरीन गैस से भरा सिलेंडर फटने की वजह से ये हादसा हुआ है। जहां सिलेंडर फटा वहां आस पास करीब 500 लोग रहते हैं।
इसके अलावा कार्यालय कैंपस में 50-60 लोग रहते हैं। हालांकि गैस का असर तकरीबन 20-30 मीटर तक हुआ लेकिन अगर वक्त रहते सिलेंडर हटाया नहीं जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। एसएसपी निवेदिता कुकरेती के साथ साथ एसपी सिटी प्रदीप राय और सीओ सिटी चंद्रमोहन समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। खैर वक्त रहते क्लोरीन के सिलेंडर को काबू में कर लिया गया था। लेकिन इससे बीमनार होने वालों का सिलसिला लगातार बढ़ता गया। देर रात तक असंपताल में मरीजों की भर्ती होती रही। क्लोरीन गैस आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारिक है। ज्यादा देर तक क्लोरीन को सांसों में लेने से आपकी मौत भी हो सकती है। इसलिए सावधानी में ही सुरक्षा है।