उत्तराखंड नेशनल गेम्स में लाखों में बेचे जा रहे पदक, फिक्सिंग के आरोपों के बाद बदले गए अधिकारी
उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य ने जब ये घोषणा की थी कि "स्वर्ण पदक विजेताओं को 12 लाख रुपये और रजत पदक विजेताओं के लिए 8 लाख रुपये दिए जाएँगे" उस दौरान के ये मामला उजागर हुआ।
Feb 4 2025 1:17PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
38वें राष्ट्रीय खेलों की गेम्स टेक्नीकल कंडक्ट कमेटी (GTCC) ने पीएमसीसी की सिफारिश के आधार पर ताइक्वांडो स्पर्धा के लिए नामित डायरेक्टर आफ कंप्टीशन (DOC) टी प्रवीण कुमार को फिक्सिंग के आरोपों की जांच के बाद हटा दिया है। उनके स्थान पर अब एस दिनेश कुमार को नया डीओसी नियुक्त किया गया है।
Uttarakhand National Games 2025 Medal Scam
जानकारी मिली है कि ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा नियुक्त कुछ अधिकारियों ने खिलाड़ियों को पदक जीतने का प्रलोभन देकर उनसे बड़ी रकम वसूल की है. चार से आठ फरवरी तक हल्द्वानी में होने वाली ताइक्वांडो की कुल 16 भार वर्गों में से 10 भार वर्गों की प्रतियोगिता के परिणाम पहले से ही निर्धारित कर लिए हैं। जिसके लिए उन्होंने खिलाड़ियों से स्वर्ण पदक के लिए तीन लाख रुपये और रजत पदक के लिए दो लाख रुपये की मांग की है। उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य ने जब ये घोषणा की थी कि "स्वर्ण पदक विजेताओं को 12 लाख रुपये और रजत पदक विजेताओं के लिए 8 लाख रुपये दिए जाएँगे" उस दौरान के ये मामला उजागर हुआ।
PMC ने फिक्सिर्स के प्रयासों को किया विफल
लेकिन समय रहते राष्ट्रीय खेल की तकनीकी आचरण समिति ने फिक्सिर्स के प्रयासों को विफल कर दिया है। इस संदर्भ में, समिति ने ताइक्वांडो के आरोपी प्रतियोगिता निदेशक को हटा दिया है। तीन सदस्यीय प्रतिस्पर्धा निवारण समिति (पीएमसीसी) ने जीटीसीसी से इस मामले में की गई 'कड़ी सिफारिशों की. की अध्यक्ष सुनैना कुमारी ने बताया कि पीएमसीसी की सिफारिशें स्वीकार कर ली गई हैं और इन सिफारिशों के आधार पर ने टी. प्रवीण कुमार की जगह एस. दिनेश कुमार को नए प्रतियोगिता निदेशक के रूप में नियुक्त किया है।
जीटीसीसी की अध्यक्ष सुनैना कुमारी ने 3 फरवरी को बताया कि पीएमसी समिति की सिफारिशों का पालन करना हमारे लिए बेहद आवश्यक है. उन्होंने आगे कहा कि प्रतियोगिता के पूर्व निदेशक के खिलाफ शिकायतें प्राप्त होने के साथ-साथ ये जानकर भी हमें बेहद आश्चर्य हुआ कि उन्होंने खेल विशेष स्वयं सेवकों के चयन परीक्षणों के लिए कुछ राज्य संघों के अधिकारियों और कार्यकारी समिति के सदस्यों के साथ-साथ उपकरण विक्रेताओं को भी नामित किया था।
राष्ट्रीय खेलों की छवि को नुकसान
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि सभी हितधारकों के लिए खेल की भावना को बनाए रखना और सभी प्रतिभागियों को देश के सबसे बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का उचित अवसर प्रदान करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि आईओए अपने खिलाड़ियों के प्रति निष्पक्षता बनाए रखने के साथ-साथ प्रतिस्पर्धा में हेरफेर करने और राष्ट्रीय खेलों की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों से उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।