उत्तराखंड: STF ने साबित किया अपना दमखम, जेल से फरार 50 हजार का इनामी राजस्थान से गिरफ्तार
अभियुक्त जरनैल सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 14 अगस्त 1995 को मक्खन सिंह नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की थी। इस मामले में मृतक के पिता चरण सिंह ने नानकमत्ता थाने में FIR दर्ज कराई थी।
Feb 10 2025 5:38PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
एसटीएफ की कुमायूँ यूनिट ने थाना सितारगंज, जनपद ऊधमसिंह नगर पुलिस के सहयोग से 07 फरवरी की रात को 50 हजार के ईनामी हत्यारे जरनैल सिंह, पुत्र बंजारा सिंह, निवासी ग्राम बिचई नानकमत्ता को राजस्थान के फलोदी जनपद से गिरफ्तार किया है। वह वर्ष 2023 में सेन्ट्रल जेल सितारगंज से फरार हो गया था।
Absconding accused Jarnail Singh arrested from Rajasthan
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर ने जानकारी दी कि एसटीएफ की गठित टीम ने तकनीकी और भौतिक सूचनाओं का गहन विश्लेषण करते हुए अपराधी की पहचान की। इसके बाद, टीम ने राजस्थान से उसे गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में हे0का0 मोहित वर्मा, हे0का0 किशोर कुमार और सर्विलांस में किशन चन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सितारगंज जेल से हुआ था फरार
अभियुक्त जरनैल सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 14 अगस्त 1995 को नानकमत्ता क्षेत्र में मक्खन सिंह नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की थी। इस मामले में मृतक के पिता चरण सिंह, पुत्र धुमा सिंह ने नानकमत्ता थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। अभियुक्त को उक्त मामले में न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जिसके बाद से वह सितारगंज जेल में सजा काट रहा था। 27 अगस्त 2023 को वह सितारगंज जेल से फरार हो गया। इसके परिणामस्वरूप, उसके खिलाफ सितारगंज थाने में एक और मामला दर्ज किया गया. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहले 25 हजार रुपये और बाद में 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया।
राजस्थान से गिरफ्तार
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नवनीत सिंह के मार्गदर्शन में जेल से फरार अपराधी जरनैल सिंह से संबंधित पूर्व में एकत्रित तकनीकी और भौतिक सूचनाओं, जैसे कि अपराधी के फिंगर प्रिंट, वॉयस सैंपल और अन्य दस्तावेजों का पुनः गहन विश्लेषण किया गया। इस विश्लेषण से प्राप्त नए तथ्यों के डिजिटल और भौतिक सत्यापन के लिए टीम को पंजाब और राजस्थान भेजा गया। टीम ने एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की, जिसके पास सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह, निवासी बार्डर 24 डबलीराठान, हनुमानगढ़, राजस्थान का आधार पहचान पत्र था। अपराधी के चेहरे के मिलान के लिए विभिन्न सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया गया। जब टीम ने पहचान स्थापित कर ली, तो अभियुक्त को 07.02.2025 को राजस्थान से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया और ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर आज उत्तराखंड लाया गया।