ऋषिकेश: आज से 7 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव शुरू, विभिन्न देशों के साधक होंगे शामिल
गढ़वाल मंडल विकास निगम और पर्यटन विभाग के सहयोग से गंगा रिजॉर्ट ऋषिकेश में एक से सात मार्च तक योग महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव में अलग-अलग देशों के योगा प्रेमी, साधक और गुरु शामिल होंगे..
Mar 1 2025 12:51PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
आज से ऋषिकेश में सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन हो रहा है। विभिन्न देशों से योग के प्रेमी, साधक और गुरु इस पवित्र स्थल पर एकत्रित होंगे। वे योग के माध्यम से मानवता को शांति, संतुलन और स्वास्थ्य का संदेश प्रदान करेंगे। इस महोत्सव के जरिए उत्तराखंड स्वस्थ जीवन की दिशा में देश और दुनिया को प्रेरित करेगा।
7 day International Yoga Festival in Rishikesh
शनिवार यानि आज से ऋषिकेश में सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव शुरू हो रहा है। गढ़वाल मंडल विकास निगम और पर्यटन विभाग के सहयोग से गंगा रिजॉर्ट ऋषिकेश में एक से सात मार्च तक योग महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव में अलग-अलग देशों के योगा प्रेमी, साधक और गुरु शामिल होंगे. आयोजन के दौरान वेलनेस से संबंधित विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, साथ ही योग डाइट की व्यवस्था भी की जाएगी। योग महोत्सव के दौरान इन सभो योग प्रेमियों को नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात्रि का भोजन संतुलित और पौष्टिक आहार के साथ परोसा जाएगा. जिसमें मक्खन-दूध, अंकुरित अनाज, दलिया, परांठे, दाल-चावल, हरी सब्जियां, फल, हर्बल चाय और पारंपरिक मिठाइयां शामिल हैं।
उत्तराखंड को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि मोटापे और स्वास्थ्य संबधित समस्याओं को कम करने में योगाभ्यास और योग आधारित आहार का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून में राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन के अवसर पर मोटापे के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि योग हमारी प्राचीन संस्कृति और धरोहर का एक अमूल्य अंग है। इस सात दिवसीय योग महोत्सव के माध्यम से उत्तराखंड को अंतरराष्ट्रीय पहचान प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में यह आयोजन और भी भव्य और प्रभावशाली बनेगा। देश-विदेश से योग प्रेमी, साधक और गुरु इस पवित्र भूमि पर एकत्रित होंगे और योग के माध्यम से मानवता को शांति, संतुलन और स्वास्थ्य का संदेश देंगे।