पहाड़ का माल्टा, सेहत का अनमोल खजाना...इसके बीज और छिलके भी चमत्कारिक हैं
Feb 22 2018 4:21PM, Writer:कपिल
कौन नहीं चाहता कि वो सेहतमंद रहे ? ये बात तो सब जानते हैं कि आज के दौर में सेहत मंद रहने के लिए लोग तरह तरह के काम करते हैं। लेकिन इस बीच प्रकृति द्वारा दिए हुए कुछ ऐसे खजाने हैं, जो हर लिहाज से आपके लिए बेहतरीन हैं। इसमें एक फल है माल्टा। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में होने वाले माल्टे का स्वाद हर उत्तराखंडी जानता है और ये देश और दुनिया के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। सर्दियों के वक्त विटामिन सी से भरपूर ये फल पैदा होता है। हमारी त्वचा को चमकदार बनाने, खाना पचाने और ना जाने कितने फायदे इस फल के हैं। इसमें खाना पचाने की कुव्वत भी होती है। इस फल में जलवायु की चरम सीमाओं का सामना करने की अद्भुत क्षमता होती है। इसलिए इसे सर्दियों का फल माल्टा कहा जाता है। माल्टा का रस सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है।
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ये काफी रोगों को दूर करता है, त्वचा को चमकदार बनाए रखता है, दिल को दुरुस्त रखता है और इसके साथ ही आपके बालों को मजबूत बनाता है। डॉक्टर कहते हैं कि सर्दियों में हर दिन एक गिलास माल्टे का जूस पीना चाहिए। इसके सेवन से चयापचय दर और कैलोरी बर्न की क्षमता बढ़ती है। माल्टा एक एंटीसेप्टिक, खुशबूदार, एंटीआॅक्सीडेंट और शक्तिवर्धक फल है। औषधि विज्ञान के शोध के मुताबिक माल्टा का रस गुर्दे की पथरी को दूर कर लेता है। इसलिए पथरी के मरीजों को इसका सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही माल्टे का रस उच्च कोलेस्ट्राॅल, हाई बीपी, प्रोस्टेट कैंसर और दिल के दौरे जैसी बीमारियों का भी इलाज करता है। माल्टा के स्क्वैश में 32.96 मिलीग्राम विटामिन-सी होता है। इसकी 100 ग्राम की मात्रा में 8.60 ग्राम कैल्शियम, 43.91 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 7.22 ग्राम विटामिन-ए , 0.33 ग्राम प्रोटीन होता है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन है।
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माल्टा का पेड़ पहाड़ी इलाकों में सबसे ज्यादा उगाया जाता है। इसके फल, छिलके, रस और बीज से कई तरह की दवाएं बनाई जाती हैं। इसके छिलके का इस्तेमाल भूख बढ़ाने की दवा के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा कफ को कम करने, अपच, खांसी-जुखाम और स्तन कैंसर के घाव को कम करने के लिए भी माल्टे के छिलके बेहतरीन होते हैं। इसके साथ ही माल्टे को एक टाॅनिक के रुप में भी यूज किया जाता है । इसके छिलके के पाउडर से तैयार किया गया पेस्ट त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। इसकी छाल से निकाला गया तेल शरीर को डिटाॅक्सिफाइ करता है। इसके साथ ही इसका तेल त्वचा में कोलेजन बनाता है। इसके बीज का इस्तेमाल सीने में दर्द और खांसी की दवा के लिए किया जा रहा है। इसे धरती का सबसे सेहतमंद फल कहें तो गलत नहीं होगा।