उत्तरकाशी के चांगसील ट्रैक पर भटके 20 लोग, रेस्क्यू के लिए SDRF की टीम रवाना
Apr 11 2018 10:41AM, Writer:कपिल
पहाड़ों से खेलना या पहाड़ों में सफर करना इतना आसान नहीं है। आम तौर पर देखा जाता है कि लोग पहाड़ों में ट्रैकिंग के लिए आते हैं। लेकिन ये ट्रैकिंग उस वक्त खतरनाक बन जाती है, जब ट्रैकर्स ही अपना रास्ता भटक जाएं। ऐसा ही कुछ उत्तराखंड में हुआ है। बताया जा रहा है कि उत्तरकाशी के चांगसील ट्रैक पर गए 20 पर्यटकों कजा दल रास्ता भटक गया। बताया जा रहा है कि ये सारे लोग जंगल में कहीं फंसे हैं। जब स्थानीय प्रशासन को इस बारे में खबर दी गई तो इसके बाद हड़कंप मच गया। इस खबर के मिलने के बाद ही पुरोला के एसडीएम ने राजस्व विभाग, पुलिस, वन और एसडीआरएफ की टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया। पुरोला के एसडीएम पूरण सिंह राणा ने उस बारे में कुछ खास बातें बताई हैं। उन्होंने कहा कि 20 लोगों का दल बलावट से चांगसील ट्रैकिंग के लिए गया था।
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ट्रैक पर गए इस टीम की एक महिला सदस्य ने पुलिस उपाधीक्षक बड़कोट को इस बारे में खबर की है। बताया गया कि घने कोहरे की वजह से ये सब हुआ है। घने कोहरे की वजह से पूरी टीम अपना रास्ता ही भटक गई। पर्यटकों के इस दल में पोर्टर समेत 20 से 22 लोग शामिल हैं। पुरोला एसडीएम राणा ने ये भी बताया है कि उनसे हेलीकॉप्टर सेवा की मांग की गई है। पुरोला एसडीएम ने बताया कि ट्रैकर टीम की महिला सदस्य ने ही हेलीकॉप्टर की मांग की है। इसके तुरंत बाद एक्शन भी लिया गया है। वन विभाग की टीम, तहसीलदार मोरी, मोरी पुलिस समेत SDRF को रवाना कर दिया है। इस बीच जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने भी इस बारे में कुछ खास बातें बताई हैं। उनका कहना है कि चांगसील ट्रेक पर ट्रैकिंग के लिए गई एक टीम के रास्ता भटकने की खबर मिली है।
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उनका कहना है कि एसडीआरएफ की टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि ये पूरी टीम दिल्ली से आई है। बताया जा रहा है कि इस टीम ने वन विभाग से भी परमीशन ली है। खबर ये भी है कि इस महीने 8, 9 और 10 अप्रैल को ट्रैकरों के तीन दल बलावट से चांगसील के लिए अनुमति लेकर गए हैं। तीनों टीमों में पोर्टर समेत 42 लोग शामिल हैं। तीनों टीमों के पास 13 अप्रैल तक की परमीशन है। पहाड़ों में ट्रैकिंग करना उतना आसान भी नहीं हैा, जितना लोग समझते हैं। इस दौरान कई सावधानियों की जरूरत होती है। जिस वक्त घना कोहरा छा जाए, तो उस वक्त आपको अपनी ही जगह पर रुक जाना चाहिए। जब कोहरा छंट जाए तो तब ही आगे बढ़िए। खैर इस टीम को बचाने की कोशिशें लगातार जारी हैं, अब देखना है आगे क्या होता है।