उत्तराखंड का पुलिस ऑफिसर बना देवदूत, मां-पिता और मासूम की जिंदगी बच गई
Apr 18 2018 12:42PM, Writer:आदिशा
इंसानियत जिंदा रहनी चाहिए। हाल ही में उत्तराखंड से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर अहसास होता है कि खाकी वर्दी पहनने वाले पत्थर दिल नहीं होते। बार बार उत्तराखंड पुलिस इस बात को साबित भी कर चुकी है। इस बार पुलिस ने जो किया है,वो वास्तव में तारीफ के काबिल है। हम बात कर रहे हैं उधम सिंह नगर पुलिस की। उधम सिंह नगर में मंगलवार को SSP सदानंद दाते अपने इलाके में निरीक्षण के लिए निकले थे। अचानक उनकी नजर जफरपुर मार्ग पर पड़ी, जहां एक्सीडेंट के बाद पूरा परिवार बिलख रहा था। इतना देखते ही सदानंद दाते हैरान रह गए। हैरानी इस बात की हुई कि इस परिवार पर कई लोगों की नज़र पड़ी होेगी, लेकिन क्या मदद के लिए कोई नहीं आया ? SSP सदानंद दाते अपनी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
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वहां पुलिस फोर्स ने देखा कि बाइक सवार दंपत्ति सड़क पर घायल हालत में पड़े हैं। हादसे में घायल पूर्ण चंद्र पांडे और उनकी पत्नी आशा पांडे तड़प रहे थे। पास ही छोटा सा बच्चा कार्तिक भी दर्द के बारे बिलख रहा था। एसएसपी सदानंद दाते ने बिना वक्त गंवाए घायल दंपत्ति को अपनी गाड़ी में बिठाया। इसके बाद उन्होंने रोते हुए बच्चे को गोदी में उठाया और उसे शांत कराने लगे। जब पास खड़े लोगों ने एसएसपी सदानंद दाते को ये करते देखा तो इसके बाद परिवार की मदद के लिए आगे आए। तुरंत घायलों को गाड़ी में बैठाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसपी की इस दिलेरी की हर कोई तारीफ कर रहा है। घायल परिवार दिनेशपुर का रहने वाला है। ये तस्वीरें भी देखिए।