रविन्द्र की मां 16 महीनों से रो रही थी, पहाड़ का सपूत चेहरे पर मुस्कान ले आया
Apr 23 2018 12:54PM, Writer:मीत
उत्तराखंड के नौजवान आज देश विदेशों में भी मानवता की मिसाल कायम कर रहे हैं। बिना डरे, बिना स्वार्थ के और गजब के हौसलों के साथ वो उत्तराखंड के साथ साथ देश का नामं भी रोशन कर रहे हैं। ऐसे ही टिहरी के एक युवा हैं रोशन रतूड़ी। रोशन रतूड़ी अब तक विदेश में फंसे 556 लोगों को मुश्किल से निकाल चुके हैं और देश वापस भेज चुके हैं। इस बार रोशन रतूड़ी ने पंजाब के रविंद्र को बचा लिया। रविंद्र की मां बीते 16 महीनों से आंसू बहा रही थी कि आखिर कब बेटा घर आएगा। उधर रविंद्र दुबई में बेबस थे। कंपनी के मालिक की प्रताड़ना लगातार बढ़ती जा रही थी। जिंदगी से भरोसा खो चुके रविंद्र को कहीं से रोशन रतूड़ी का नंबर मिला। इसके बाद रोशन रतूड़ी ने जी जान लगातार रविंद्र को मालिक के चंगुल से छुड़ा लिया। इसके लिए रोशन रतूड़ी को 26 दिन तक मेहनत करनी पड़ी। इस बारे में भी जानिए।
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26 दिन तक अपनी भूख-प्यास को भुलाकर रोशन लगातार रविंद्र की मदद की कोशिश करते रहे। आखिरकार रोशन अपने इस मिशन में कामयाब हो पाए। इसके बाद रोशन ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो भी अपलोड किया है। रोशन कहते हैं कि ‘’एक और भारतीय भाई को तकलीफ़ों से निकालकर वतन उसके परिवार के पास भेज रहा हूँ । आज वो बहुत खुश है। 16 महीनों से इनकी माँ इनका इंतज़ार कर रही है। रोज़ कहती थी कब आयेगा ...!!! इसके बाद रोशन लिखते हैं कि ‘’आज सुबह पाँच बजे उठकर भाई रविंद्र सिह जी को लेकर Sharjha Immigartion Head office गया और अधिकारियों के पास सभी काग़ज़ जमा करे। रविंद्र का और मेरा पिछले 26 दिनों से हम दोनों का साथ बना हुआ है। आख़िरकार वो पल आ ही गया जिसका रविन्द्र सिंह जी को सोलह महीनों बेसब्री से इंतज़ार था ।
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आज वो अपने वतन अपनो के पास चला गया । उससे बिछडते हुए हम दोनों भावुक हो गये थे, ना जाने फिर कब मिलेंगे। परन्तु मुझे बहुत ख़ुशी है कि एक और ज़िन्दगी को बचाने मैं कामयाबी मिली। इस दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं, बस करने की चाहत होनी चाहिए ।