पहाड़ी युवक की जिंदगी में रोशनी लाए रोशन रतूड़ी, विदेश में बढ़ाया देवभूमि का मान
May 6 2018 7:19PM, Writer:आदिशा
उत्तराखंड के रोशन रतूड़ी विदेश में रहकर भी समाज के सामने मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। वरना किसके पास वक्त होता है कि आज की बिज़ी जिंदगी में किसी के लिए वक्त निकाल सकें। लेकिन रोशन रतूड़ी एक अलग किस्म के इंसान हैं। जैसे ही उन्हें खबर मिलती है कि कोई मुश्किल में है, तो वो तुरंत मदद के लिए आगे बढ़ जाते हैं। दिन रात एक कर विदेश में फंसे व्यक्ति की मदद करना और फिर उसे अपने मुल्क वापस भेजने तक रोशन रतूड़ी लगातार मेहनत करते रहते है। इस बीच एक और उतराखंडी शख्स की जिंदी में रोशन रतूड़ी उजाला लेकर आए। कमान सिंह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं। कमान सिंह विदेशी धरती में वीजिट वीज़ा पर आकर फंस गये थे। कमान सिंह की कम्पनी कमान सिंह का पासपोर्ट नही दे रही थी।
यह भी पढें - रविन्द्र की मां 16 महीनों से रो रही थी, पहाड़ का सपूत चेहरे पर मुस्कान ले आया
खास बात ये है कि बीच में काम करते हुए उंचाई से गिरने के कारण उनके बायें हाथ पर चोट लग गयी थी। इसके बाद से कमान सिंह काफी परेशान चल रहे थे। आखिरकार कमान सिंह को रोशन रतूड़ी का नंबर मिल गया। जब उन्होने रोशन रतूड़ी को फ़ोन किया तो अपनी तकलीफ बारे में बताया। यहां से रोशन रतूड़ी का एक और मिशन शुरू हो गया। रोशन ने तुरन्त उनकी कम्पनी से सम्पर्क किया। इसके बाद कमान सिंह को देश वापस भेजने की हर संभव कोशिश की गई। कमान सिंह के साथ रोशन रतूड़ी ने एक लाइव वीडियो भी अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है। रोशन रतूड़ी कहते हैं कि ‘’कमान सिह जी का पासपोर्ट व टिकट कर उनको सकुशल मुसीबत से निकालकर वतन उनके परिवार से मिलाने जा रहा हूं। आप सबका प्यार आशीर्वाद सदा बना रहे’’।
यह भी पढें - उत्तराखंड का सपूत...दुबई के बाद श्रीलंका में भी बना देवदूत, तीन पहाड़ियों को बचाया
आपको बता दें कि रोशन रतूड़़ी अब तक 550 से ज्यादा लोगों को विदेश में बचा चुके हैं। वो लगातार मेहनत करते रहते हैं। कई बार ऐसा भी वक्त आया जब रोशन रतूड़ी बिना खाए पीए रहे। एक बार नौबत अस्पताल में भर्ती कराने तक आ गई थी, इसके बाद भी वो अपने काम के लिए समर्पित हैं।