देवभूमि के जांबाज BSF अफसर के नाम बड़ा कीर्तिमान, भारत में अब तक कोई ऐसा नहीं कर पाया
May 21 2018 6:30PM, Writer:कपिल
ये कहानी उत्तराखंड के एक ऐसे जांबाज की है, जिनकी उम्र भले ही 46 साल हो चुकी है लेकिन इनके कारनामों के आगे युवा भी फेल हो जाएं। उत्तराखंड के मुनस्यारी के रहने वाले लवराज सिंह धर्मशक्तू बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेट हैं। लवराज सिंह धर्मशक्तू वो पर्वतारोही हैं, जो अब तक 7 बार एवरेस्ट को पार कर चुके हैं। ऐसा इतिहास रचने वाले लवराज सिंह धर्मशक्तू पहले भारतीय बन गए हैं। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी में शुमार एवरेस्ट को पार करने में जहां अच्छे खासे पर्वतारोहियों के पसीने छूट जाते हैं, उसी एवरेस्ट पर सात बार लवराज सिंह धर्मशक्तू तिरंगा फहरा चुके हैं। लवराज सिंह धर्मशक्तू का मूल गांव मुनस्यारी से 10 किलोमीटर आगे हैं। बौना गांव के लवराज सिंह बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हैं।
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इससे पहले साल 2017 में उन्होंने एवरेस्ट शिखर को पार किया था। अब एक बार फिर से उन्होंने मई 2017 में लवराज धर्मशक्तू ने छठी बार एवरेस्ट में चढ़कर इतिहास रचा है। अब एक साल बाद लवराज ने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर नया कीर्तिमान स्थापित कर लिया है। आपको बता दें कि इस टीम को भारत के खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने फ्लैगऑफ किया गया था। अप्रैल के महीने में ये पूरी टीम एवरेस्ट फतह करने के लिए निकली थी। अब जाकर शनिवार रात करीब 10 बजे के बाद लवराज की अगुवाई में बाकी सदस्यों ने एवरेस्ट की अंतिम चढ़ाई शुरू की। 9 घंटे की चढ़ाई के बाद सुबह करीब 6.30 बजे लवराज ने एवरेस्ट पर कदम रखे। इससे पहले लवराज को द कपिल शर्मा शो में भी बतौर गेस्ट बुलाया गया था। लवराज सिंह वो शख्स हैं जो पद्मश्री से सम्मानित हैं।
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पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा उन्हें सम्मानित किया जा चुका है और पीएम मोदी तक उनकी तारीफ कर चुके हैं। इसके अलावा लवराज सिंह धर्मशक्तू पर वूडलैंड कंपनी के द्वारा एक जबरदस्त डॉक्यूमेंट्री भी बनाई गई है। पर्वतों और ऊंचे शिखरों पर चढ़ाई करने के दौरान लवराज सिंह धर्मशक्तू जिस जज्बे का प्रदर्शन करते हैं, उसकी एक छोटी सी झलक भी देखिए।