Video: एक पहाड़ी ने चीन में बजाया डंका, गांव का छोरा अब करोड़ों का बिजनेस करता है
Jun 25 2018 1:51PM, Writer:कपिल
कहते हैं कि सीखना कभी बंद नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर आपने सीखना बंद किया तो आपकी जिंदगी के सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं। उत्तराखंड के मनमोहन सिंह भंडारी ने अपनी सफलता का रास्ता खुद चुना और उस पर आगे बढ़ते गए। आज ये युवा चीन में करोड़ों का बिजनेस कर रहा है। इस युवा को चीन का रामदेव भी कहा जाता है। जी हां चीन में अगर किसी चेहरे ने योग को करोड़ों के बिजनेस में बदला है तो वो नाम सिर्फ मनमोहन सिंह भंडारी का है। चीन में मनमोहमन सिंह भंडारी के एक नहीं बल्कि कई योगा सेटर हैं। साल 2003 में मनमोहन सिंह भंडारी जब उत्तराखंड से चीन गए थे, तो वहां लोगों को इस बात की भी जानकारी नहीं थी कि योग भारत की देन है। वहां के लोग समझते थे कि पश्चिमी देशों से ही योग दुनिया में फैला है।
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लेकिन जब मनमोहन सिंह भंडारी चीन गए तो लोगों को योग का असल मतलब समझ में आया। अंतरराष्ट्रीय फैशन मैगजीन के चीन एडीशन की पूर्व संपादक यिन यान उनकी पत्नी हैं। बताया जाता है कि यिन ऋषिकेश में योग गुरु आयंगर के आश्रम में योग सीखने आईं थी। इसी दौरान उनके जीवन में मनमोहन सिंह भंडारी आए थे। इसके बाद दोनों की शादी हुई तो मनमोहन सिंह भंडारी भी अपना करियर बनाने के लिए यिन के साथ चीन चले गए। मेहनत धीरे धीरे रंग लाई और आज मनमोहन सिंह भंडारी का चीन में सबसे बड़ा योग संस्थान है। साल 2003 में जब उन्होंने एकेडमी खोली तो इसक कमाई चार मिलियन डॉलर थी। तब से लेकर अब तक चीन में इस एकेडमी मं लगातार लोगों की बढ़ोतरी हो रही है। एक के बाद एक नए नए संस्थान खोले जा रहे हैं।
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आलम ये है कि इस एकेडमी को चीन के खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता दी गई है। इस योग संस्थान की शाखाएं बीजिंग, गुआंगझाऊ, शंघाई और कई शहरों में हैं। मोहन भंडारी इस एकेडमी के आध्यात्मिक प्रमुख हैं। चीन के युवाओं के बीच मनमोहन भंडारी की लोकप्रियता लगातार बढती जा रही है। भारतीय पद्धति से ऋषिकेश में सीखा हुआ योगी आज चीन में लोगों के लिए प्रेरणा बन गया है। इन सबके बाद भी भंडारी की कोशिश रहती है कि वो साल में दो बार उत्तराखंड जरूर आएं। ये वीडियो देखिए।