ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल नेटवर्क को मिली तेज़ी, 6 महीने में पूरा होगा पहला फेज..जानिए खूबियां
Jun 27 2018 7:56PM, Writer:मीत
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल नेटवर्क को लेकर एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। दरअसल पीएम मोदी ने उत्तराखंड सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए इस रेल लाइन नेटवर्क की समीक्षा की। इस दौरान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि इसके रेल परियोजना के पहले पैकेज का काम शुरु कर दिया गया है। पहले फेज में क्या खास बातें होंगी, इस बारे में भी जानिए। पहले चरण में 5.7 किलोमीटर लंबी वीरभद्र-न्यू ऋषिकेश रेलवे लाइन को विकसित करने का काम हो रहा है। इसके अलावा यार्ड, ओवर ब्रिज रोड, अंडर ब्रिज रोड, और चंद्रभागा नदी पर पुल तैयार करने का काम हो रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि ये काम दिसंबर 2018 तक पूरा हो जाएगा। ये रेलवे लाइन हाईटेक होने जा रही है। इससे जुड़ी कुछ और भी खास बातें हैं।
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उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने बताया कि परियोजना के लिए 790 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है। इस रेल परियोजना में कुल मिलाकर 16 पुल तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा 17 सुरंग और 12 रेलवे स्टेशन बनने हैं। मुख्य सचिव ने बताया कि इस टनल के 7 पैकेज के लिए जियो टेक्निकल टेस्टिंग हो रही है। इस रेल लाइन की खास बात ये है कि ये 125 किलोमीटर लंबी रेल लाइन होगी। खास बात ये भी है कि इसमें 105 किलोमीटर लाइन सुरंग में होगी। ये पूरा रेल नेटवर्क 16216 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा। पीएम मोदी ने समीक्षा बैठक के दौरान भूमि अधिग्रहण, फारेस्ट क्लीयरेंस और बाकी औपचारिकताओं को तेजी से पूरा करने के काम की सराहना भी की।
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सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा गया है कि परियोजना से तीर्थयात्री कम समय में आसानी से यात्रा कर सकेंगे। इससे पहाड़ के इलाकों में कुटीर उद्योग और अन्य लघु उद्योग भी विकसित होंगे। उन्होंने कहा कि पहाड़ में साथ ही लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इस बारे में फेसबुक पर भी सरकार द्वारा जानकारी दी गई है।