देवभूमि को अपवित्र करने वाले नहीं बचेंगे, उत्तरकाशी के गुड़िया के लिए एक्शन में CM
Aug 19 2018 11:04AM, Writer:आदिशा
बाहर से आए चंद लोग पहाड़ की मां-बेटियों के दुश्मन बन गए हैं। वो बेखौफ होकर पहाड़ की बेटियों की इज्जत पर हाथ डाल रहे हैं। हाल ही में उत्तरकाशी के डुंडा क्षेत्र में 14 साल की मासूम बेटी के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की खबर सामने आई तो हर कोई दंग रह गया। लोगों में भारी आक्रोश है और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पर अपना बयान दिया है। उन्होंने बकायदा अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि ‘’उत्तरकाशी में बच्ची के दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना ने झकझोर कर रख दिया है। देवभूमि में ऐसे दानवीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। मैं विश्वास दिलाता हूं इस घटना के जो भी दोषी होंगे उन्हें जल्द से जल्द कठोर से कठोर सजा दिलाई जाएगी’’। इसके साथ ही उन्होंने कुछ खास बातें लिखी हैं।
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे बताया है कि ‘’सभी ठेकेदारों या काम करवाने वालों को सुनिश्चित करना होगा कि वो बाहर से आने वाले कामगारों का वैरिफिकेशन करवा के ही काम पर लाएं। सभी जिलाधिकारियों को इस बाबत स्पष्ट निर्देश दिए जाते हैं कि जिन लोगों का वैरिफिकेशन नहीं हुआ है उनकी पहचान कर उचित कार्रवाई करें’’। खबरों के मुताबिक उत्तरकाशी में 4 बिहारी मूल के मजदूरों ने एक नाबालिग लड़की को घर से अगवा करने के बाद बलात्कार करके लड़की की हत्या कर दी। इसके बाद उन दरिंदों ने बच्ची की लाश पुल के पास फेंका और फरार हो गए। बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर रात को लड़की के घर की बिजली काट कर अंधेरे में लड़की को अगवा किया गया। घटना के बाद बड़े बड़े अधिकारियों को ग्रामीणों के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा। बस एक ही मांग उठ रही है कि दोषियों को हर हाल में फांसी दो।
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लड़की के शव के साथ ग्रामीणों ने प्रशासन के आला अधिकारियों का घेराव किया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने चारों आरोपियों को भवान टेहरी से पकड़ा। चारों आरोपी मुस्लिम समुदाय के बताए जा रहे हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपियों को उनके हवाले करने की मांग की। अब हमारे पहाड़ों में भी इस तरह की वीभत्स घटनाएं होने लगी हैं, प्रशासन को सख्ती से कार्रवाई करनी होगी बिना किसी पुलिस वेरिफिकेशन के बाहरी लोगों को उत्तराखंड में नहीं आना देना चाहिए आज जब हमारी बहन बेटियां अपने घर में सुरक्षित नहीं हैं तो फिर कहाँ सुरक्षा मिलेगी ? बस अब और नहीं! आखिर कितना झेलेंगे इन लोगों को, जो बाहर से आकर पहाड़ में वहशियत का खेल खेल रहे हैं और पहाड़ की बहू बेटियों पर अपनी गंदी नज़र डाल रहे हैं।