शर्मनाक! रोशन रतूड़ी बीमार थे..और उत्तराखंड में फैली मौत की अफवाह
Aug 28 2018 4:01PM, Writer:कपिल
क्या करें उन लोगों का जिन्हें अफवाह फैलाने में बड़ा मज़ा आता है ? क्या कहें ऐसे लोगों के लिए जो बेमतलब की बातें फैलाना जानते हैं और सुर्खियां बटोरने में जुट जाते हैं। एक इंसान अब तक 579 लोगों को मौत के मुंह से निकालकर नई जिंदगी दे चुका है और उसी की पीठ के पीछे उसकी मौत की अफवाह फैलाई जाती है। गजब हाल है। हम बात कर रहे हैं रोशन रतूड़ी की। हाल ही में रोशन रतूड़ी की तबीयत बेहद खराब थी और वो अस्पताल में भर्ती थे। लाखों लोगों ने उनके स्वास्थ्य की कामना की और उनके जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थनाएं की। लेकिन इस बीच कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने रोशन रतूड़ी की मौत की अफवाह ही फैला दी। एक शख्स को जीते-जी सोशल मीडिया पर मृत घोषित कर दिया। आइए इस बारे में आपको पूरी जानकारी देते हैं।
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हम आपको सबूत के तौर पर एक तस्वीर दिखा रहे हैं। ये वॉट्सऐप का मैसेज है। इस मैसेज में लिखा है कि ‘अभी अभी सूचना मिली है कि रोशन रतूड़ी जी का देहांत हो गया है दुबई में उनकी आत्मा को शांति मिले’। इसके नीचे ये भी आगे लिखा गया कि इसको आगे फैलाएं। इसके बाद एक शख्स ने इस पर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा है कि ‘भाई ये क्या मजाल है, आप लोग कुछ भी लिखकर भेज रहे हो।’ आप भी ये तस्वीर देखिए।
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अब सवाल ये है कि इंसान की क्या कोई नैतिक जिम्मेदारी नहीं है ? क्या ये जरूरी नहीं है कि फेसबुक या वॉट्सएप पर कुछ सोच-समझ कर ही लिखा जाए ? इस तरह से झूठी अफवाहों को फैलाने में किसे मजा आ रहा है ? जिस वक्त रोशन रतूड़ी अस्पताल के बिस्तर में पड़े थे, उस वक्त हर कोई दुआएं कर रहा था कि वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। लेकिन क्या कहें ऐसे लोगों का जिन्हें झूठ फैलाने में जरा सा भी वक्त नहीं लगता। हमारी आप से भी अपील है कि किसी भी खबर की सबसे पहले सही तरह से पुष्टि करें और उसके बाद ही शेयर कीजिए। अफवाह ज्यादा देर तक नहीं टिकती जबकि सत्य शाश्वत रहता है। हाल ही में देशभर में इस बात पर चर्चा चल रही है कि किस तरह से सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों पर लगाम लगाई जाई। शायद उस कानून की अब सख्त जरूरत है।