अब दून से मसूरी सिर्फ 20 मिनट..गोविंदघाट से फूलों की घाटी 25 मिनट..तैयार होगा रोप-वे
Aug 30 2018 4:27PM, Writer:रश्मि पुनेठा
अब आप देहरादून से मसूरी सिर्फ 20 मिनट में पहुंच सकते हैं। इसके अलावा चमोली जिले के गोविंदघाट से फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब तक पहुंचने में भी आपको आधे घंटे से कम वक्त लगेगा। ये कोई सपना नहीं है, बल्कि जल्द ही ये हकीकत में होने वाला है। दरअसल राज्य मंत्रिमंडल ने मसूरी-देहरादून रोपवे को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा अच्छी बात ये भी है कि फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाले गोविंदघाट-घांघरिया रोपवे को भी मंजूरी दे दी गई है। ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के मकसद से देहरादून से मसूरी के लिए रोपवे के मसौदे पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी। रोपवे बनने की वजह से मसूरी जाने वाले सैलानियों को पीक सीजन में भारी ट्रैफिक से राहत मिलेगी। करीब 350 करोड़ की लागत से पुरुकुल (देहरादून)-मसूरी टैक्सी स्टैंड तक साढ़े पांच किलोमीटर लंबे रोपवे बनेगा।
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वही चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे गोविंदघाट से घांघरिया तक बनेगा। 7.8 किलोमीटर लंबे इस रोपवे को तैयार करने में करीब 311 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कैबिनेट की तरफ से पहले ही घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक रोपवे निर्माण को मंजूरी मिल चुकी है। इससे हेमकुंड आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों को भी सहूलियत मिलेगी। साथ ही विश्व धरोहरों में शुमार फूलों की घाटी नेशनल पार्क की सैर भी आसान हो सकेगी। कैबिनेट की मंजूरी के बाद पर्यटन विभाग इसके लिए टेंडर आमंत्रित करेगा। रोपवे की वजह से देहरादून और मसूरी के बीच का 35 किलोमीटर का फासला कुछ मिनटों में तय हो जाया करेगा। इसके साथ ही मसूरी में पार्किंग की समस्या से भी निजात मिलेगी। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के नोडल अधिकारी (डीपीआर) सतीश बहुगुणा के मुताबिक रोपवे के जरिए करीब 20 मिनट का सफर तय कर सैलानी देहरादून से मसूरी पहुंच जाएंगे।
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देहरादून के पुरकुल गांव से मसूरी लाइब्रेरी चौक तक इस रोप-वे को तैयार किया जा रहा है। एक बार में 10 आदमी एक रोपवे में बैठ सकेंगे। इसमें मोनो केबिल डेटेचिबल टेक्नीक का इस्तमाल हो रहा है। इसकी मदद से 20 मिनट के भीतर ही देहरादून से मसूरी पहुंचा जा सकेगा। दरअसल देहरादून से मसूरी के रास्ते में पर्यटकों को अक्सर जाम से जूझना पड़ता है। सीजन और बर्फबारी के वक्त तो आधे पर्यटक बिना मसूरी देखे ही वापस लौट आते हैं। इन परेशानियों को देखते हुए पर्यटन विभाग ने रोप-वे योजना बनाई है। देहरादून के पुरकुल गांव और मसूरी में टावर तैयार होंगे। इन टावर्स के पास मल्टी लेवल पार्किंग बनेगी। पुरकुल गांव में करीब 15 सौ क्षमता की कार पार्किंग की योजना है। खास बात ये भी है कि पर्यटन विभाग की इस योजना को लेकर विदेशी निवेशक भी आगे आ रहे हैं। विदेशों में कारोबार कर रहे एनआरआइ इसमें रुचि दिखा रहे हैं। कई निवेशक तो इसके लिए साइट विजिट भी कर चुके हैं।