उत्तराखंड में अमेरिकी सेना के साथ हुंकार भरेगी गढ़वाल राइफल, युद्धाभ्यास की तैयारियां
Sep 8 2018 10:33AM, Writer:आदिशा
गढ़वाल राइफल को वीरता का प्रमाण देने की जरूरत नहीं है। दुनिया जानती है कि इन वीरों का रुतबा क्या है। किसी भी सेना की ताकत, युद्ध क्षमता और युद्ध कौशल देखना है, तो युद्धाभ्यास इसका सबसे बेहतर ज़रिया है। अब बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में भारत और अमेरिका की सेना संयुक्त युद्धाभ्यास करने जा रही हैं। हाल ही में दिल्ली में एक हाई लेवल मीटिंग हुई थी। इसी हाई लेवल मीटिंग से इस युद्धाभ्यास को जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बार उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले के चौबटिया में ये युद्धाभ्यास होगा। इसके लिए तारीख भी तय कर दी गई हैं। खबर है कि 16 से 29 सितंबर के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास होगा। अब आपको ये भी बता देते हैं कि आखिर इस युद्धाभ्यास में क्या कुछ खास रहने जा रहा है।
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इस साल के युद्धाभ्यास को अपग्रेड कर बटालियन स्तर की फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज कर दिया गया है। इसके साथ ही इसे डिविजन स्तर की कमांड पोस्ट एक्ससाइज में भी बदल दिया गया है। अल्मोड़ा के चौबटिया में ये अभ्यास काउंटर इंसर्जेंसी के अलावा आपदा में काम करने के लिए किया जा रहा है। करीब 400 भारतीय और 400 अमेरिकी सैनिकों के इस युद्धाभ्यास में शामिल होने की खबर है। अमेरिकन आर्मी के साथ 15 गढ़वाल राइफल्स के जवान इस अभ्यास का हिस्सा बनेंगे। आपको बता दें कि पिछले साल ये अभ्यास अमेरिका के लुईस मैकॉर्ड ज्वाइंट बेस पर हुआ था। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि भारत की सेना अमेरिका के साथ मिलकर व्यापक ट्रेनिंग और संयुक्त युद्धाभ्यास करती हैं। उनका कहना है कि ‘हमने पहली बार तीनों सेनाओं को शामिल करते हुए 2019 में अमेरिका के साथ संयुक्त अभ्यास करने का फैसला किया है’।