देहरादून की कई सड़कों से हटेगा ई-रिक्शा, आम आदमी को मिलेगी जाम से राहत
देहरादून की कई सड़कों से ई-रिक्शा हटने जा रहा है। लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए सरकार द्वारा ये कदम उठाया जा रहा है।
Oct 1 2018 4:58AM, Writer:रश्मि पुनेठा
राजधानी देहरादून में ई रिक्शा की वजह से आए दिन लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा रहा है, जिसको देखते हुए राजधानी के व्यस्तम मार्गों से ई-रिक्शा हटा दिया जाएगा। देहरादून की कई सड़कों पर ई रिक्शा के संचालन पर बैन होने के बाद जहां लोगों को जाम से राहत मिलेगी, वही ट्रैफिक पुलिस को भी इनसे काफी राहत मिलेगी। इन ई रिक्शा के संचालन पर बैन होने जा रहा है, इसको लेकर रिपोर्ट भी लगभग बनकर तैयार हो गई है। आरटीओ और पुलिस की गठित कमेटी जल्द ही आगामी बैठक के बाद ई-रिक्शा के रूटों को तय कर देगी। इस फैसले के बाद सिर्फ तय रास्तों पर ही ई-रिक्शा का संचालन हो सकेगा। दरअसल इस फैसले के पीछे मुख्य कारण मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या और इनकी धीमी गति को माना जा रहा है। ऐसे में ई-रिक्शा सड़कों पर चलने वाली दूसरी गाड़ियों के संचालन को बाधित कर रहा है।
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यूं तो देहरादून में तेजी से गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन जिस तरह से ई-रिक्शा की संख्या में इजाफा हुआ है और कोई तय रूट ई-रिक्शा के लिए निर्धारित नहीं किया गया है, उससे शहर के बीचों बीच इनकी वजह से जाम के स्थिति सबसे ज्यादा बनती है। बता दे कि देहरादून में जहां 278 सिटी बसें, 796 विक्रम और 2396 ऑटो रिक्शा अलग - अलग रूट पर चल रहे है, वहीं करीब 1200 से ज्यादा ई रिक्शा देहरादून शहर के बीचों बीच दौड़ रहे है। खास बात ये है कि शहर के बीचों बीच चलने के बावजूद ई रिक्शा चालक नियमों को ताक पर रखते है। जिसकी वजह से परिवहन विभाग काफी वक्त से ई रिक्शा के खिलाफ सख्ती बनायी हुई है। जो ई रिक्शा संचालक नियमों का पालन नहीं कर रहे उनके खिलाफ विभाग ने पिछले महीने विशेष चैंकिग अभियान चलाया था। जिसके तहत कई ऑटो, ई रिक्शा के चालान काटने के साथ सीज भी किए गए।
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धीमी गति से चलने वाले ये ई-रिक्शा जब शहर के बीच से गुजरते हैं तो इनकी रफ्तार और भी धीमी हो जाती है, जो बार बार जाम की स्थिति पैदा करती रहती है। देहरादून की सड़कों पर लगातार बढ़ती इनकी संख्या कई बार हादसों को भी न्यौता देती नजर आती है। ई रिक्शा संचालक अक्सर ट्रैफिक के दौरान नियमों का पालन नहीं करते है इसके अलावा ओवर लोडिंग कर ये हर बार हादसों को न्यौता देते नजर आते है। इसके साथ ही कई बार यह भी देखने को मिलता है कि जिसके नाम से ई रिक्शा हो वो व्यक्ति इसे न चलाकर किसी और को दे देता है। जबकि ई रिक्शा में चलाने के लिए स्पष्ट नियम है कि ई रिक्शा जिस नाम के व्यक्ति का होगा वही ई रिक्शा चलाएगा। खैर इतना जरूर है कि देहरादून की सड़को से ई रिक्शा के हटने के बाद लोगों को भारी ट्रैफिक से निजात मिलेगी। शहर के बीचों बीच से हटने के बाद तय मार्गों पर इन ई रिक्शा को चलाया जाएगा। ताकि लोगों को यातायात के साधन तो मिले ही इन ई रिक्शा चालकों की रोजी रोटी भी चलती रहे।