ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल रूट पर 2025 से सफर शुरू, सरकार ने कर दिया बड़ा ऐलान
इस वक्त ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल नेटवर्क पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हैं। उधर सरकार ने ऐलान कर दिया है कि 2024 में ये काम पूरा हो जाएगा।
Oct 1 2018 3:01PM, Writer:कपिल
उत्तराखंड के ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल नेटवर्क पर इस वक्त सभी की निगाहें टिकी हैं। इस रूट को तैयार करने का काम जोर शोर से चल रहा है। इस बीच सरकार ने भी ऐलान कर दिया है कि इस रेल नेटवर्क का काम 2024 तक पूरा हो जाएगा। 2025 से इस रूट पर रेल सेवा शुरू हो जाएगी। इस बारे में उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक मीटिंग ली। इस मीटिंग के दौरान प्रोजेक्ट से जुड़े जिलाधिकारियों और गढ़वाल कमिश्नर को तमाम बपरेशानियों के निस्तारण के निर्देश दिए हैं। पहले फेज में 5.7 किलोमीटर लंबी वीरभद्र-न्यू ऋषिकेश रेलवे लाइन को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा यार्ड, ओवर ब्रिज रोड, अंडर ब्रिज रोड, और चंद्रभागा नदी पर पुल तैयार करने का काम जारी है। पहले फेज का काम दिसंबर 2018 तक पूरा होने के आसार हैं। इस रेल नेटवर्क की खूबियां जानिए।
यह भी पढें - देवभूमि की ‘लेडी सिंघम’ ने रचा इतिहास , UKPSC परीक्षा में टॉपर बनी..बधाई दें
इस रेल परियोजना में कुल मिलाकर 16 पुल तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा 17 सुरंग और 12 रेलवे स्टेशन बनने हैं। इस रेल लाइन की खास बात ये है कि ये 125 किलोमीटर लंबी रेल लाइन होगी। इसमें 105 किलोमीटर लाइन सुरंग में होगी। ये पूरा रेल नेटवर्क 16216 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा।रेल मार्ग पर सबसे बड़ी सुरंग करीब सवा 15 किलोमीटर लंबी होगी। इसके अलावा सबसे छोटी सुरंग 220 मीटर लंबी होगी। जो सुरंग 6 किलोमीटर से लंबी होगी, उसमें एक निकासी टनल भी बनाई जाएगी। इस रेल मार्ग पर बनने वाली हर सुरंग की चौड़ाई आठ गुणा दस डाईमीटर की होगी।इसके साथ ही सुरंगों के भीतर लाइट और वेंटिलेशन की भी पूरी व्यवस्था होगी। इस रेल नेटवर्क का सिर्फ 26 किलोमीटर हिस्सा ही बाहर होगा। बाकी 105 किमी का रेलवे ट्रैक सुरेंगों से होकर गुजरेगा।
यह भी पढें - केबीसी में शामिल हुई देवभूमि की जांबाज़ बेटियां, शहीदों के परिवारों को दी जीती हुई रकम
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक कुल मिलाकर 16 रेलवे स्टेशन होंगे। फिलहाल ऋषिकेश से कर्णप्रयाग पहुंचने में करीब 7 घंटे का वक्त लगता है। लेकिन इस रेल लाइन के बनने के बाद ये दूरी सिर्फ ढाई घंटे में ही पूरी होगी। खुद देश के पीएम मोदी भी इस ड्रीम प्रोजक्ट को लेकर काफी उत्साहित हैं। खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस बारे में फेसबुक पेज पर सभी को जानकारी दी है। आप भी देखिए।
चार धाम को जोड़ने वाली ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट की समीक्षा की। यह प्रोजेक्ट 2024 तक पूरा हो जाएगा, 2025 से इस...
Posted by Trivendra Singh Rawat on Monday, October 1, 2018