उत्तराखंड में खतरनाक जीका वायरस का अलर्ट, राजस्थान से आने वाले मरीजों पर नज़र
उत्तराखंड में अब खतरनाक जीका वायरस का खतरा मंडरा रहा है। राजस्थान से आने वाले हर मरीज पर नज़र रखी जा रही है।
Oct 18 2018 2:38PM, Writer:रश्मि पुनेठा
डेंगू की मार से उत्तराखंड पहले ही हलकान है और अब जीका वायरस ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। साफ तौर पर निर्दश दिया गया है कि राजस्थान से आने वाले मरीजों पर खास नज़र रखी जाए। इसके पीछे वजह ये है कि राजस्थान में जीका वायरस बुरी तरह से फैल रहा है। खासतौर पर जयपुर में 100 से ज्यादा मरीज जीका वायरस के शिकार हो गए हैं। इसलिए उत्तराखंड में राजस्थान से आने वाले एक एक मरीज पर नज़र रखी जा रही है। उत्तराखंड में अब स्वास्थ्य विभाग ने जीका वायरस को लेकर भी अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग इस मामले को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता है। जीका वायरस कितना खतरनाक है ? इसके खतरे का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि अकेले ब्राजील में 15 लाख लोग इस वायरस के खतरे के दायरे में हैं।
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इसके खतरा कैसे फैलता है, ये भी जानिए। इससे प्रभावित बच्चे का जन्म आकार में छोटे और अविकसित दिमाग के साथ होता है। सिंड्रोम शरीर के तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है और लकवा भी मार सकता है। अमेरिका में 40 देश इस खतरे में जिंदगी बिता रहे हैं। अभी तक इसकी कोई दवाई मौजूद नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इससे बचाव के लिए उपाय सुझाए हैं। इस बीच उत्तराखंड में भी इसका खतरा मंडरा रहा है। अगर आपको बुखार, जोड़ों में दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, थकान, सिर दर्द और आंखों के लाल होने की शिकायत है तो ध्यान रखें। महा निदेशालय ने इस संदर्भ में हेल्थ एडवाइजरी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि जीका वायरस से संबंधित मामलों की जांच-पड़ताल के लिए सर्विलांस टीम को एक्टिव मोड पर रखा जाए।
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जीका वायरस को लेकर सभी जनपदों को निर्देशित किया गया है कि राजस्थान खासकर जयपुर से आने वाले मरीजों पर नजर रखी जाए और जीका वायरस से पीडि़त मरीज के बारे में तत्काल जानकारी दी जाए। ताकी वक्त पर उसकी रोकथाम की जा सके। राष्ट्रीय कार्यक्रम आइडीएसपी के सहायक निदेशक डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जीका वायरस डेंगू, मलेरिया की तरह एनाफिलीज मच्छर से पैदा होता है। ऐसे में डेंगू और मलेरिया के नियंत्रण को लेकर जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, उसमें और तेजी लाई जाएगी। ताकि जीका वायरस को पनपने ही न दिया जाए। जीका वायरस होने पर इसके लक्षणों से इसकी पहचान की जा सकती है। इसलिए सावधान रहें और जीका वायरस से हर वक्त सावधानी बरतें।