देवभूमि का अमृत: डायबिटीज, कुपोषण, दिल की बीमारियों का अचूक इलाज है कोदा
चलिए आज आपको उस कोदा (मंडुआ) के बारे में बता देते हैं, जिसे शायद आप भूल चुके हैं। क्या आप जानते हैं कोदा में गंभीर बीमारियों का इलाज छुपा है।
Dec 15 2018 6:58AM, Writer:आदिशा
अक्सर लोग कहते हैं कि पहाड़ में बीते वक्त के लोग बेहद ही बलिष्ठ, शारीरीक रूप से सुडौल, स्वस्थ और मजबूत कद काठी वाले होते थे। दरअसल ये सिर्फ कहावत नहीं बल्कि 100 फीसदी सच बात भी है। इसकी वजह है खान-पान और प्रकृति से बेहद करीबी। ज़रा सोचिए जो कोदा (मंडुवा) कई बीमारियों का इलाज होता था, उसे हम भूल गए और शहरी पैक्ड आटे की तरफ बढ़ गए। आइए आज आपको उस कोदा के बारे में कुछ खास जानकारियां देते हैं, जिनके बारे में आपका जानना बेहद जरूरी है।
पहाड़ में उगाया जाने वाला कोदा यानी मंडुवा पौष्टिकता का खजाना है। दिल की बीमारियां ,डायबिटीज, रतौंधी यानी आंखों के रोग, कुपोषण जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज है कोदा। बालों की परेशानी, हड्डियों से जुड़ी बीमारियां, पेट से संबंधित बीमारिया और शरीर में कमजोरी का पक्का इलाज है कोदा। अब सवाल ये है कि आखिर इतनी बीमारियों का इलाज कोदा से कैसे संभव है? आइए आपको बताते हैं।
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कोदा को अगर आप गुणों की खान कहें तो गलत नहीं होगा।
चावल और गेहूं की तुलना में कोदा खाना ज्यादा बेहतर है। इसमें अत्यधिक कैल्शियम, थार्यामन और फाइबर होता है। यानी हड्डियों से संबंधित बीमारियों और पेट की कई बीमारियों का ये पक्का इलाज है
मंडुवा (कोदा) में आयोडीन प्रचुर मात्रा में होता है। आयोडीन की कमी से होने वाले रोगों की ये अचूक दवा है।
इसमें प्रोटीन की मात्रा शानदार होती है और इस वजह से ये बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद है।
इसका अधिकाधिक सेवन आंखों के रतौंधी रोग के निवारण में भी सहायक होता है।कोदा में प्रोटीन, आयरन, वसा, कैल्शियम, फास्फोरस, कार्बोहाइड्रेट, खनिज, फाइबर जैसे तत्व होते हैं, जो बेहद ही फायदेमंद हैं। इसलिए आप भी इसका सेवन जरूर करें।
कोदा का वैज्ञानिक नाम एलिसाइन कोराकाना है। आमतौर पर इसे फिंगर मिलेट भी कहते हैं।
अधिक रेशा, प्रोटीन, एमीनो एसिड, खनिज तत्व से भरपूर मंडुवे का सेवन मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी होता है।