देश में लोकप्रिय हुई केदारनाथ की 'ध्यान गुफा'..विदेशों से भी आने लगी डिमांड
पीएम मोदी की केदारनाथ यात्रा के बाद से ध्यान गुफा खूब सुर्खियों में है, देश-विदेश के लोग ध्यान गुफा में साधना करने के लिए आना चाहते हैं...देखिए तस्वीरें
May 28 2019 5:50PM, Writer:कोमल नेगी
केदारनाथ की ध्यान गुफा...हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ध्यान गुफा में रुके थे। अब इस गुफा का जादू देश की जनता के सिर चढ़कर बोल रहा है। एक वक्त था जब लोग इस गुफा में रुकने में कम दिलचस्पी ले रहे थे। पर जैसे ही पीएम इस गुफा में साधना करने पहुंचे, ये गुफा अचानक सुर्खियों में आ गई। अब तो केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मेडिटेशन केव के चर्चे हो रहे हैं। श्रद्धालु इस गुफा में रुकना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने प्री बुकिंग करानी शुरू कर दी है। केदारनाथ धाम में स्थित इस गुफा के रखरखाव की जिम्मेदार फिलहाल जीएमवीएन के पास है। जीएमवीएन की तरफ से श्रद्धालुओं को इस गुफा में सिर्फ सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ठहरने की अनुमति दी जा रही है। पर ये 12 घंटे श्रद्धालुओं को काफी नहीं लग रहे, श्रद्धालु रातभर गुफा में ठहर कर साधना करना चाहते हैं। जीएमवीएन भी श्रद्धालुओं को यहां रात में ठहरने की अनुमति देना चाहता है, पर इसमें एक समस्या है। आगे देखिए तस्वीरें
केदारघाटी इस वक्त बर्फ की चादर से ढकी है
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दरअसल केदारघाटी इस वक्त बर्फ की चादर से ढकी है। लगातार हुई बर्फबारी की वजह से ध्यान गुफा की बेल (घंटी) के तार बर्फ के नीचे दब गए हैं, जिस वजह से ये काम नहीं कर रहे। इसीलिए जीएमवीएन लोगों को यहां रात में रुकने नहीं दे रहा। इससे श्रद्धालुओं में मायूसी है।
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हालांकि जीएमवीएन सुविधाओं को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है, जीएमवीएन अधिकारियों ने कहा कि सुविधाएं दुरुस्त हो जाने के बाद श्रद्धालुओं को रात में यहां रुकने की अनुमति दे दी जाएगी। जो यात्री यहां रात में रुकना चाहते हैं, उनके लिए जीएमवीएन इसी हफ्ते से बुकिंग शुरू कर सकता है।
मोदी ने लगाया था ध्यान
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आपको बता दें कि केदारनाथ की ध्यान गुफा उस वक्त अचानक सुर्खियों में आ गई थी, जब 18 मई को केदारनाथ दौरे के दौरान पीएम मोदी यहां साधना करने आए थे। पीएम ने गुफा में ध्यान लगाया और रातभर साधना की, जिसके बाद ये गुफा देश-विदेश में हिट हो गई। फिलहाल जीएमवीएन सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में जुटा हुआ है, ताकि श्रद्धालु रात के वक्त भी ध्यान गुफा में साधना कर सकें।