दिखने लगी देवभूमि की पवित्र सतोपंथ झील, यहीं से स्वर्ग गए थे पांडव..आप भी चले आइए
ट्रैकिंग के साथ ही प्रकृति से प्यार है तो सतोपंथ चले आईये, इन दिनों यहां अद्भुत नजारा दिखाई दे रहा है...देखिए खूबसूरत तस्वीरें
Jul 4 2019 1:59PM, Writer:कोमल नेगी
दुनिया के सबसे खूबसूरत और अद्भुत नजारे देखने हों तो उत्तराखंड चले आईए, यहां हिमालय की गोद में आपको जिस शांति और सुकून का अहसास होगा, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। प्रकृति ने इस क्षेत्र को अपनी बेशकीमती नेमतों से नवाजा है। इन दिनों गोपेश्वर में सतोपंथ झील भी दिखने लगी है। जो श्रद्धालु बदरीनाथ धाम आ रहे हैं, वो बदरी विशाल के दर्शन के बाद सतोपंथ झील की यात्रा पर निकल रहे हैं। सतोपंथ झील माणा गांव से 19 किलोमीटर दूर है, माणा गांव देश के अंतिम गांव के रूप में विख्यात है। यहां से 19 किलोमीटर का ट्रैक कर सतोपंथ पहुंचा जा सकता है। समुद्र तल से 4600 मीटर की ऊंचाई पर बनी सतोपंथ झील का खूबसूरत नजारा देखने लायक है। इस साल भारी बर्फबारी की वजह से सतोपंथ का पैदल रास्ता बर्फ से ढका हुआ था, यात्री यहां पहुंच नहीं पा रहे थे। तापमान बढ़ने के साथ ही बर्फ पिघलने लगी है। इसके साथ ही विहंगम सतोपंथ झील के दर्शन भी हो रहे हैं।
ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए स्वर्ग
1
/
जो लोग ट्रैकिंग में रुचि रखते हैं, उनके लिए अलकापुरी, चक्रतीर्थ और सहस्त्रधारा होते हुए सतोपंथ झील तक पहुंचना यादगार अनुभव रहेगा। यहां अब भी जगह-जगह हिमखंड बिखरे हुए हैं।
जुलाई का महीना सबसे अच्छा
2
/
जून महीने में भी यात्री यहां आना चाहते थे, पर सतोपंथ सरोवर ग्लेशियर से ढका था। अब ग्लेशियर पिघल रहे हैं, जिससे सतोपंथ झील दिखने लगी है। सतोपंथ झील का संबंध पांडवों से जोड़ा जाता है।
यहीं से स्वर्ग गए थे पांडव
3
/
कहते हैं कि पांडव सतोपंथ होते हुए ही स्वर्ग की यात्रा पर गए थे। जो लोग ट्रैकिंग के साथ ही प्रकृति से प्यार करते हैं, उनके लिए सतोपंथ झील की यात्रा किसी सौगात से कम नहीं।
जरूर कीजिए सतोपंथ के दर्शन
4
/
तो अगर आप भी बदरीनाथ जा रहे हैं, तो सतोपंथ झील के दर्शन करना ना भूलें। यकिन मानिए चौखंबा शिखर की तलहटी पर बसी ये झील आपको नई ऊर्जा से भर देगी।