ऋषिकेश में कांच का लक्ष्मण झूला पुल, जानिए इसकी हाईटेक खूबियां
देश में पहली बार ऐसे पुल का निर्माण हो रहा है, तो जाहिर सी बात है कि सभी की नज़रें इसी पर टिकेंगी। जानिए इस पुल की खूबियां
Jul 30 2019 9:37AM, Writer:आदिशा
इसे आप इस तरह से कह सकते हैं कि भारत में पहली बार शंघाई की तर्ज पर ट्रांसपेरेंट ग्लास से नया पुल तैयार हो रहा है। गर्व की बात है कि इस टेक्नोलॉजी का सबसे पहले इस्तेमाल उत्तराखंड में हो रहा है। जी हां जल्द ही आपको कांच का लक्ष्मणझूला तैयार मिलगा। बिना वक्त गंवाए आपको इसकी हाईटेक खूबियां बता देते हैं। ये पुल 80 मिलीमीटर मोटे पारदर्शी कांच के बना होगा। इस पर खड़े होकर सैलानी 57 मीटर ऊंचाई से गंगा की बहती जलधारा का अद्भुत नजारा देख सकेंगे। यानी आपको ऐसा लगेगा कि गंगा और आपके बीच में कुछ भी नहीं है, महज एक पारदर्शी पुल है। ये पारदर्शी पुल दो लेन वाला होगा। ये 150 मीटर लंबा और छह मीटर चौड़ा पुल होगा। इस पुल में आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते तैयार होंगे। झूला पुल का डिजाइन और डीपीआर तैयार करने के लिए पहले ही 50 लाख का बजट तय किया जा चुका है।
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खुद प्रदेश सरकार चाहती है कि जो नया पुल बने उससे लोगों को आवाजाही की सुविधा मिले, साथ ही ये आकर्षक भी हो। यही वजह है कि नए पुल को चीन में बने शीशे के पुल की तर्ज पर कांच का बनाया जाएगा। सबसे खास बात ये है कि ये पुल इतना ताकतवर होगा कि दिन भर दोपहिया वाहनों की आवाजाही आसानी से झेल लेगा। कांच के इस पुल पर तिपहिया वाहन या टेंपो दाखिल नहीं हो सकेंगे। अब जानिए ये कि ये पुल लक्ष्मणझूला से कितनी दूरी पर बन रहा है। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता एसएल गोयल ने कहा की लक्ष्मणझूला के पास ही 60 मीटर की दूरी पर ही नया पुल बनाया जाएगा। अच्छी खबर ये भी है कि इंजीनियरों ने पुल की साइट का सर्वे कर लिया है। लोक निर्माण विभाग के सर्वे एक्सपर्ट का कहना है कि लक्ष्मणझूला पुल के स्थान पर जो नया पुल बनाया जाएगा वो अत्याधुनिक होगा।