‘हिट म्यार पहाड़’..उत्तराखंड के युवाओं ने दिल्ली-NCR को समझाया, पहाड़ को गंदा न करें
दिल्ली में हुए ‘हिट म्यार पहाड़’ कार्यक्रम के जरिए पर्यटकों को Responsible Tourism के बारे में बताया गया...
Sep 19 2019 11:41AM, Writer:कोमल नेगी
कहते हैं एक छोटा सा कदम, एक छोटी सी कोशिश ही किसी अच्छे काम को फलीभूत करती है। उत्तराखंड के लिए भी कुछ युवा अच्छा काम कर रहे हैं। आज हर कोई जानता है कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा है। प्लास्टिक पर रोक के लिए कानून बने हैं, अभियान चल रहे हैं, पर इनका ज्यादा असर दिख नहीं रहा। केंद्र सरकार भी परेशान है, सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। अपना उत्तराखंड भी प्लास्टिक के दुष्प्रभावों को झेल रहा है। पहाड़ में पर्यटन अर्थव्यवस्था का बड़ा आधार है, पर ये भी सच है कि जिस तादाद में सैलानी यहां आते हैं, उसी तादाद में प्लास्टिक और कचरे के पहाड़ भी बन रहे हैं। अच्छी बात ये है कि उत्तराखंड के लोग धीरे-धीरे ही सही जागरूक हो रहे हैं। हाल ही में TUDS Lifestyle ने अपनी तरह का खास कैंपेन शुरू किया है। ये कैंपेन है IamPahadi...इस कैंपेन के साथ ही ‘हिट म्यार पहाड़’ मुहिम की शुरुआत भी की गई है। कार्यक्रम को आयोजित करवाने वाले रमन शैली का कहना है कि हम देशभर के लोगों को इसके जरिए ये संदेश देना चाहते हैं कि ‘उत्तराखंड जरूर आएं लेकिन वहां की खूबसूरत वादियों को प्लास्टिक. पॉलीथीन से प्रदूषित न करें।‘ आगे भी जानिए खास बात
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कैंपेन के तहत पर्यटकों को रिस्पांसबल टूरिज्म के बारे में बताया जाएगा। मुहिम की शुरुआत का श्रेय समाजसेवी और दिल्ली हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट संजय शर्मा दरमोड़ा को जाता है। उन्हीं की कोशिशों से कुछ बेहतर करने की सोच, मुहिम का रूप से सकी। मुहिम का मकसद उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करने के लिए प्रेरित करना है। इस मौके पर दिल्ली में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ।
इंदिरापुरम हैबिटैट सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में युवा कलाकार रूहान भारद्वाज और करिश्मा शाह ने शानदार लोकगीत पेश कर समां बांध दिया।
हिट म्यार पहाड़ के जरिए पर्यटकों से अपील की गई कि वो उत्तराखंड आएं जरूर, पर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करें। कूड़ा यहां-वहां ना फेंके। इससे हमारे पहाड़, हमारी नदियां प्रदूषित हो रही हैं। दिल्ली में कार्यक्रम हो चुका है, जल्द ही बंगलुरु समेत दूसरे शहरों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।