उत्तराखंड: गहरी खाई में मिली कार और लाश, पुलिस को खुदकुशी की आशंका
चंपावत में ऑल्टो कार के चालक का शव गहरी खाई में पड़ा मिला, पुलिस इसे खुदकुशी का मामला बता रही है...
Oct 19 2019 4:14PM, Writer:कोमल नेगी
चंपावत में गहरी खाई में क्षतिग्रस्त कार और चालक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। मामला संदिग्ध है, पुलिस ने आत्महत्या की आशंका जताई है। घटना टनकपुर-चंपावत मार्ग की है, जहां गुरुवार रात एक कार खाई में गिर गई, सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया। पुलिस को क्षतिग्रस्त कार के पास से ड्राइवर की लाश भी मिली है। मृतक की शिनाख्त 51 साल के गजेंद्र सिंह चौधरी के रूप में हुई, वो विष्णुपुरी कॉलोनी के रहने वाले थे। गुरुवार शाम वो अल्टो कार (यूके 03 टीए/0922) से अमरू बैंड पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर के पास गाड़ी रोकी और बाबा जगदीश दास से मुलाकात की। थोड़ी देर में वापस लौटते वक्त गजेंद्र चौधरी की कार खाई में गिर गई। बाबा जगदीश दास ने ही हादसे की सूचना पुलिस को दी थी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया।
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गुरुवार को चालक का कोई सुराग नहीं लगा, जिस वजह से शुक्रवार को भी रेस्क्यू अभियान जारी रहा। शुक्रवार तड़के चालक का क्षत-विक्षत शव खाई में पड़ा मिला। एसडीआरएफ और अग्निशमन विभाग के जवानों ने किसी तरह शव को खाई से निकाला। पुलिस इसे सुसाइड केस मान रही है। पुलिस का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि चालक ने अपनी कार खुद ही खाई में गिराई है। मंदिर के पुजारी बाबा जगदीश दास ने भी कहा कि गजेंद्र सिंह चौधरी मानसिक तनाव में थे, और खुदकुशी करने की बात कह रहे थे। गजेंद्र सिंह की पत्नी ने भी पति के डिप्रेशन में रहने की बात कही है। आपको बता दें कि अमरू बैंड मंदिर के पास साल 2016 में भी एक युवक ने खुदकुशी कर ली थी। फागपुर के रहने वाले 25 साल के भरतराम ने बाइक समेत खाई में छलांग लगाकर खुदकुशी की थी। अजब संयोग है कि उस वक्त भी युवक मरने से पहले मंदिर में जाकर बाबा से मिला था, और उन्हें बताया था कि वो खुदकुशी करने वाला है। इस बार भी गजेंद्र सिंह चौधरी ने अपनी मौत से पहले बाबा को खुदकुशी की बात बताई थी।