उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बर्फबारी, हाईवे बंद होने से सेना के जवानों की मुसीबत बढ़ी
नीती हाईवे गमशाली से आगे बंद हो गया है, जिस वजह से सेना के वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही...
Nov 12 2019 1:10PM, Writer:कोमल
उत्तराखंड में मौसम के बदले मिजाज से आम लोग ही नहीं सीमा पर तैनात जवान भी परेशान हैं। भारत-चीन सीमा पर भारी बर्फबारी हुई है, जिस वजह से नीती हाईवे गमशाली से आगे बंद हो गया है। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले नीती हाईवे के बंद होने से आईटीबीपी और सेना की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जवानो को कड़ाके की ठंड में सीमा पर पहरा देना पड़ रहा है। चमोली में लगातार बर्फबारी हो रही है, रुक-रुक कर गिर रही बर्फ पूरे रास्ते पर जमा है। गमशाली से ऊपर रास्ता बंद है। वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही। जेसीबी से बर्फ हटाई जा रही है, ताकि वाहनों की आवाजाही के लिए रास्ता खुल सके, पर रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी से रास्ता साफ करने में भी परेशानी हो रही है।
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उत्तराखंड का चमोली जिला सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। चमोली जिले की नीती घाटी भारत-चीन सीमा से लगी हुई है, जहां सालभर सेना और आईटीबीपी का पहरा रहता है। शीतकाल के दौरान जब ये पूरा इलाका बर्फ से ढक जाता है, तब यहां लोगों की आवाजाही बंद हो जाती है, पर सेना के जवान सीमा पर डटे रहते हैं। अग्रिम चौकियों पर गमशाली, सिपुक व ग्याल्डुंग में आइटीबीपी तैनात रहती है। जबकि गोटिंग में सेना की तैनाती है। बर्फबारी के चलते गमशाली से आगे रास्ता बंद हो गया है। सेना और आईटीबीपी के वाहन गमशाली से आगे नही जा पा रहे, हालांकि संकट जैसी स्थिति फिलहाल नहीं है, क्योंकि सीमा चौकियों पर पर्याप्त रसद और दूसरा जरूरी सामान पहले ही पहुंचाया जा चुका है। सेना के वाहनों की आवाजाही बनाए रखने के लिए जेसीबी की मदद से बर्फ हटाई जा रही है।